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December 7, 2025 12:19 am

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में महापरिनिर्वाण दिवस पर विशेष व्याख्यान आयोजित

वर्धा, 6 दिसंबर 2025। बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में शनिवार को बोधिसत्व डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का जीवन-दर्शन विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, नागपुर के डॉ. आंबेडकर एवं बौद्ध दर्शन के चिंतक मंगेश दहीवले ने कहा कि डॉ. आंबेडकर का जीवन-दर्शन व्यक्ति की गरिमा और सामाजिक जनतंत्र की स्थापना में अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। उन्होंने बताया कि डॉ. आंबेडकर ने बिना किसी रक्तपात के देश में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्तर पर व्यापक परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त किया, जो विश्व के लिए उदाहरण है।

दहीवले ने डॉ. आंबेडकर की संवैधानिक दृष्टि पर प्रकाश डालते हुए कहा कि न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के मूल तत्वों को संविधान में शामिल कर उन्होंने प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार प्रदान किए। जनतंत्र, शक्ति का पृथक्करण, संघीय ढांचा, कानून और नागरिकता के सिद्धांतों के माध्यम से उन्होंने “एक व्यक्ति–एक मूल्य” का मार्ग प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि यदि संविधान के इन तत्वों को हर नागरिक जीवन में उतारे, तो भारत से महान राष्ट्र दुनिया में दूसरा नहीं हो सकता।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. कुमुद शर्मा ने कहा कि डॉ. आंबेडकर पूरे भारत को जोड़ने वाले महान संयोजक थे। उनका व्यक्तित्व ही उनके जीवन-दर्शन की कहानी है। उन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण में जो मार्ग प्रशस्त किया, वह सदियों तक प्रेरणा देता रहेगा। कुलपति ने कहा कि ज्ञान, इच्छा और दृढ़संकल्प से परिपूर्ण डॉ. आंबेडकर ने आधुनिक भारत की संरचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

महादेवी वर्मा सभागार में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और डॉ. आंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि से हुई। कार्यक्रम का प्रारंभ विश्वविद्यालय कुलगीत से और समापन राष्ट्रगान से हुआ। आयोजन का संयोजन डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर–सिदो-कान्हू–मुर्मू दलित एवं जनजातीय अध्ययन केंद्र के निदेशक प्रो. अवधेश कुमार ने किया। संचालन डॉ. बालाजी चिरडे ने किया तथा आभार डॉ. संदीप सपकाले ने व्यक्त किया।

इससे पूर्व सुबह 8 बजे समता भवन परिसर स्थित डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर कुलपति प्रो. कुमुद शर्मा, परीक्षा नियंत्रक, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. अवधेश कुमार तथा डॉ. सुरेंद्र गादेवार ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। विश्वविद्यालय के शिक्षकों, विद्यार्थियों और कर्मचारियों ने भी पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।सायं 6 बजे गांधी हिल्स से समता भवन तक महापरिनिर्वाण दिवस मौन यात्रा निकाली गई, जिसमें प्रतिभागियों ने हाथों में मोमबत्तियाँ लेकर महामानव को श्रद्धांजलि दी। सभी आयोजनों में विश्वविद्यालय समुदाय तथा वर्धा के नागरिकों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।

रवि शुक्ला
रवि शुक्ला

प्रधान संपादक

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