बिलासपुर। चकरभाठा क्षेत्र के ग्राम पंचायत कड़ार के आश्रित ग्राम भाटापारा में रविवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में दो युवकों की जान चली गई।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गांव के कई किसानों की खेती भूमि नेशनल हाईवे किनारे स्थित है। आए दिन आवारा मवेशियों द्वारा खेतों में घुसकर फसल को नुकसान पहुंचाने की समस्या से परेशान किसानों ने सामूहिक रूप से फसल सुरक्षा के लिए रात्रि रखवाली का निर्णय लिया। इसके तहत किसानों ने छह-छह लोगों की टीम बनाकर दिन और रात की पाली में निगरानी व्यवस्था की थी। इसी क्रम में 19 अक्टूबर की रात लगभग 12 बजे भाटापारा निवासी किसान अश्वनी यादव का पुत्र रितेश यादव (22) और दुर्गेश वर्मा (25), पिता स्वर्गीय रामचंद्र वर्मा, अपने अन्य साथियों के साथ नेशनल हाईवे पर स्थित खेतों की रखवाली कर रहे थे। इसी दौरान शारदा चौक से पहले तेज रफ्तार से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने दोनों को कुचल दिया और फरार हो गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जांच उपरांत पुलिस ने दोनों शव परिजनों को सौंप दिए। दिवाली जैसे उत्सव के दिन पूरे भाटापारा गांव में मातम छा गया। जहां खुशियों का उजास होना था, वहीं दो नौजवानों की चिता जलने से गांव शोक में डूब गया। मृतक दुर्गेश वर्मा तीन बहनों में इकलौता भाई था, जिसके पिता का निधन पहले ही हो चुका था। वह परिवार का एकमात्र सहारा था। वहीं रितेश यादव अपने माता-पिता के साथ-साथ एक बहन और दो भाइयों के साथ रहता था। इस हादसे ने दोनों परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। पुलिस ने अज्ञात वाहन की तलाश शुरू कर दी है और मामले की जांच जारी है।

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