बिलासपुर। एंटी करप्शन ब्यूरो की तेज़ और प्रभावी कार्रवाई में आदिम जाति कल्याण विभाग में भ्रष्टाचार का एक और मामला सामने आया है। ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास विभाग और सहायक ग्रेड-2 बाबू मनोज को दस हज़ार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया।
एससीबी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी अफसरों ने अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन राशि जारी करने के एवज में घूस की मांग की थी। शिकायत मिलते ही एसीबी की टीम ने पूरी सतर्कता के साथ जाल बिछाया और रिश्वत लेते ही दोनों को धर दबोचा।
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत भ्रष्टाचार के हर मामले पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। समय पर कार्रवाई से भ्रष्ट तंत्र पर नकेल कसी जा रही है।
स्थानीय लोगों ने भी इस कार्रवाई की खुलकर सराहना की है। उनका कहना है कि एसीबी की तत्परता से प्रशासन में ईमानदारी और पारदर्शिता की उम्मीद बढ़ी है। लोगों का मानना है कि ऐसे कदमों से सिस्टम में साफ-सुथरे कामकाज की दिशा में बड़ा संदेश जाएगा।

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