बिलासपुर। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अज्ञेय नगर में मकान किराए पर देने के बाद शुरू हुआ विवाद आखिरकार आपराधिक मामले में बदल गया। शनिवार की रात किराएदार महिला ने अपने परिजनों के साथ मिलकर वृद्ध मकान मालिक के घर का ताला तोड़कर पुनः कब्जा कर लिया। मामले की शिकायत पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अज्ञेय नगर निवासी 73 वर्षीय शंकर बनर्जी ने अपने मकान को वर्ष 2019 में शीला मिश्रा (53) को किराए पर दिया था। आरोप है कि 2022 से किराया नहीं दिया जा रहा था। इस पर शंकर बनर्जी ने भाड़ा नियंत्रक कार्यालय में शिकायत की। जांच के बाद कार्यालय ने मकान खाली कराने का आदेश पारित किया। आदेश के खिलाफ शीला मिश्रा ने रायपुर स्थित अधिकरण में अपील दायर की, लेकिन उसे भी निरस्त कर दिया गया। इसके बाद उच्च न्यायालय में दायर याचिका भी खारिज हो गई। कानूनी लड़ाई के बाद शनिवार को प्रशासनिक अमले पटवारी, मालजमादार और सिविल लाइन पुलिस की मौजूदगी में मकान को खाली कराया गया। कार्रवाई के बाद मकान मालिक ने घर पर नया ताला लगाकर कब्जा लिया। शाम को जब पुलिस और अमला वहां से चला गया, तो देर रात करीब आठ बजे किराएदार शीला मिश्रा अपने परिजनों प्रिति मिश्रा, पुनम मिश्रा और भाई के साथ पहुंची। सभी ने मिलकर मकान का ताला तोड़ दिया और जबरन मकान के अंदर घुस गए। वृद्ध मकान मालिक ने तुरंत इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई। थाना प्रभारी विजय चौधरी ने बताया कि शिकायत पर शीला मिश्रा और उसके परिजनों के खिलाफ बीएनएस की धारा 329(2), 331(2) एवं 3(5) के तहत अपराध दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस पूछताछ कर रही है और आगे की कार्रवाई जारी है।

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