अरपा उद्गम पेंड्रा के संरक्षण की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार का बड़ा कदम
वित्त मंत्री ओपी चौधरी का बड़ा निर्णय अरपा उद्गम स्थल के संरक्षण एवं विकास हेतु 12.53 करोड़ स्वीकृत
अरपा उद्गम पेंड्रा के लिए पहले 7.88 करोड़ अब 12.53 करोड़ बढ़े बजट से अरपा उद्गम स्थल का होगा संपूर्ण संरक्षण
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ शासन के वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने क्षेत्र की जीवनदायिनी नदी अरपा के उद्गम स्थल संरक्षण एवं विकास परियोजना के लिए 12.53 करोड़ रुपये की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में इस परियोजना के लिए 7.88 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई थी। अब वित्त विभाग द्वारा दी गई अतिरिक्त स्वीकृति से विकास कार्यों को और गति मिलेगी।
यह निर्णय न केवल अरपा उद्गम स्थल की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित करेगा बल्कि पर्यटन और स्थानीय विकास के नए द्वार भी खोलेगा।
बिलासा कला मंच के संस्थापक एवं अरपा बचाओ अभियान के संयोजक डॉक्टर सोमनाथ यादव ने कहा कि “वित्त मंत्री का यह निर्णय न केवल अरपा उद्गम स्थल के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि हमारे क्षेत्र की कला और संस्कृति को भी नई पहचान देगा। पर्यटन के विकास से यहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं परंपराओं को महत्व मिलेगा।
अरपा उद्गम बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अक्षय नामदेव एवं सदस्य नीरज जैन, उज्जवल तिवारी, जयदत्त तिवारी, गणेश पांडे भागवत सिंह मार्को पीतांबर सिंह मार्को, आदिवासी समाज के नेता मनीष सिंह धुर्वे, चंद्र प्रताप उईके,फलपाल सिंह , मनोज साहू अशोक सोनी परिधान वस्त्रालय जैसे नदी प्रेमियों ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि लंबे संघर्ष और उच्च न्यायालय बिलासपुर के लगातार हस्तक्षेप से अरपा उद्गम पेंड्रा को पुनर्जीवन मिलने जा रहा है।“अरपा हमारे क्षेत्र की जीवनरेखा है। इसके उद्गम स्थल का संरक्षण स्थानीय लोगों के लिए गर्व का विषय है। इस निर्णय से रोजगार, पर्यटन और सामाजिक चेतना तीनों को मजबूती मिलेगी। हम वित्त मंत्री ओपी चौधरी जी के आभारी हैं।”
अरपा बचाओ अभियान से जुड़े बिलासा कला मंच के अध्यक्ष महेश श्रीवास, डा सुधाकर बिबे, देवानंद दुबे, रामेश्वर गुप्ता, अश्वनी पांडेय, अनूप श्रीवास, यश मिश्रा, ओमशंकर लिबर्टी,दिनेश्वर जाधव सहित क्षेत्र वासियों ने एक स्वर में कहा कि यह स्वीकृति अरपा मैया की धरोहर को सुरक्षित और भव्य स्वरूप देने में मील का पत्थर साबित होगी और आने वाली पीढ़ियाँ इसका लाभ उठाएंगी। तय

प्रधान संपादक




