बिलासपुर। त्योहारी सीजन को देखते हुए शहर में बाहरी राज्यों से आकर काम करने वालों पर पुलिस ने कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल के मिदनापुर और अन्य जिलों से आकर काम कर रहे लोगों पर पुलिस ने कार्रवाई की है। दरअसल, इन लोगों ने थाने में अपनी मुसाफिरी दर्ज नहीं कराई थी और न ही स्थानीय प्रशासन को कोई सूचना दी थी। संदेह के आधार पर की गई जांच में यह तथ्य सामने आने पर सिविल लाइन पुलिस ने बीएनएसएस की धारा 128 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है।

सिविल लाइन सीएसपी निमितेष सिं ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ बाहरी लोग शहर में रहकर अलग-अलग जगहों पर मजदूरी और कारपेंटर का काम कर रहे हैं। इधर त्योहारी सीजन शुरू होने पर लूटपाट और उठाईगिरी की घटनाएं बढ़ने की आशंका पर पुलिस ने शहर में बाहर से आए लोगों की जांच शुरू कर दी है। बाहरी लोगों के आने की सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस की टीम ने छानबीन की। इस दौरान यह स्पष्ट हुआ कि करीब एक महीने पहले मिदनापुर से आए कुछ लोग यहां आकर कारपेंटर का काम कर रहे हैं। लेकिन न तो उन्होंने थाने में अपनी एंट्री कराई और न ही किसी भी तरह की सूचना प्रशासन को दी। सीएसपी ने बताया कि नीयम के मुताबिक यदि कोई व्यक्ति या समूह बाहरी राज्य से आकर किसी भी शहर, कस्बे या गांव में निवास करता है, तो उसके लिए स्थानीय थाने में मुसाफिरी दर्ज कराना आवश्यक होता है। इसका उद्देश्य सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना और संदेहास्पद गतिविधियों पर नियंत्रण रखना है। लेकिन उक्त लोगों ने नियमों की अनदेखी की, जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई करना पड़ा।
दूसरे प्रदेश से लाए श्रमिकों की दें पुलिस को जानकारी
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लगातार दूसरे राज्यों से बड़ी संख्या में मजदूर और कामगार वर्ग के लोग शहर और आसपास के इलाकों में आकर काम कर रहे हैं। ऐसे में बिना मुसाफिरी दर्ज कराए के उनकी मौजूदगी सुरक्षा की दृष्टि से खतरा साबित हो सकती है। पुलिस ने अपील की है कि बाहर से आने वाले लोग और उन्हें काम पर रखने वाले ठेकेदार या मकान मालिक अनिवार्य रूप से थाने में सूचना दें। ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मकान किराए पर देने से पहले दें पुलिस को सूचना
सीएसपी निमितेष सिंह ने कहा कि दूसरे प्रदेशों से आकर शहर में रहने वालों को मकान किराए पर देने से पहले उनके दस्तावेज की जांच करें। साथ ही इसकी जानकारी पुलिस को भी दें। पुलिस की ओर से बाहर से आए लोगों की उनके गृह जिले में सूचना देकर जानकारी जुटाती है। कई बार दूसरे प्रदेश में अपराध घटित कर यहां छुपने के लिए आते हैं। ऐसे में अपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोगों को पनाह देना भी अपराध

प्रधान संपादक




