बिलासपुर। 40 दिन में रकम डबल करने का झांसा देकर 100 से अधिक लोगों से एक करोड़ रुपये की ठगी करने वाले आरोपी की जमीन कुर्क करने की कार्रवाई पुलिस ने शुरू कर दी है। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने ठगी से मिली रकम से तिफरा क्षेत्र में 25 लाख रुपये की जमीन खरीदी थी। पुलिस ने दस्तावेज जुटाकर न्यायालय में प्रतिवेदन पेश किया, जिस पर आदेश जारी होते ही जमीन कुर्क की जाएगी।

सिविल लाइन सीएसपी निमितेष सिंह ने बताया कि सिंधी कॉलोनी निवासी हीरानंद भगवानी, नायरा भगवानी और मुरली लहेजा ने लोगों को झांसा दिया कि यदि वे रुपये देंगे तो 40 दिन में दोगुना वापस मिलेगा। शुरुआत में विश्वास कायम करने के लिए आरोपियों ने कुछ लोगों को तय समय पर डबल रकम लौटाई। इससे अन्य लोग भी उनके झांसे में आ गए और धीरे-धीरे करीब 100 लोगों से एक करोड़ रुपये से ज्यादा वसूल लिए। रकम जमा करने के बाद हीरानंद और नायरा फरार हो गए, जबकि मुरली को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू की। जांच के दौरान यह जानकारी मिली कि हीरानंद ने धोखाधड़ी की रकम से तिफरा में 25 लाख 80 हजार रुपये की जमीन खरीदी है। पुलिस ने जमीन के दस्तावेज कब्जे में लेकर इसे कुर्क करने का प्रतिवेदन न्यायालय में प्रस्तुत किया। साथ ही आरोपियों की अन्य संपत्ति की भी जानकारी जुटाई जा रही है।
नए कानून में मिले हैं पुलिस को अधिकारी
सीएसपी ने बताया कि पहले पुलिस को अपराध से अर्जित संपत्ति कुर्क करने का अधिकार नहीं था, लेकिन नए कानून भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 107 में यह प्रावधान किया गया है। इसके तहत अपराधियों की अवैध कमाई को कुर्क कर उन्हें आर्थिक रूप से पंगु बनाया जा सकता है। इसका उद्देश्य अपराध से अर्जित संपत्ति का दुरुपयोग रोकना और पीड़ितों को न्याय दिलाना है।
एसआई को मिलेगा इनाम
मामले की जांच एसआई विष्णु यादव कर रहे हैं। जांच में उन्होंने आरोपी की खरीदी गई जमीन का सुराग निकाला और अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। उनके प्रयास पर बीएनएसएस की धारा 107 के तहत कार्रवाई की गई। एक आरोपी को जेल भेजने और संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई को देखते हुए एसएसपी रजनेश सिंह ने एसआई विष्णु यादव को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।

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