सीवीओ के निर्देश पर संपत्ति की चोरी पर सतर्कता विभाग की त्वरित कार्यवाही,पहले भी कॉलोनियों में अवैध बिजली कनेक्शनों के खिलाफ हो चुकी है कार्रवाई
बिलासपुर।एसईसीएल में मुख्य सतर्कता अधिकारी हिमांशु जैन की सजगता और ज़ीरो टॉलरेंस नीति का सख़्त पालन एक बार फिर देखने को मिला। कंपनी की संपत्ति चोरी के मामले में उनके निर्देश पर सतर्कता विभाग ने त्वरित जांच कर दोषियों की पहचान की और तत्काल कार्रवाई करते हुए कोरबा क्षेत्र के चार कर्मियों को निलंबित कर दिया गया।
इस संबंध में मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर सतर्कता विभाग ने पाया कि राजगमार एवं ढेलवाड़ीह खदानों में कार्यरत कुछ कर्मचारी स्टोर से सामान इशू करवाने के बाद लोहे और स्क्रैप को कबाड़ी की दुकानों में बेच रहे थे। सीवीओ के निर्देश पर सतर्कता विभाग ने गाड़ियों की संख्या और अन्य सबूतों के आधार पर दोषियों की पहचान की।
सीवीओ के निर्देश पर कोरबा क्षेत्र के 6 कर्मियों को तत्काल प्रभाव से किया गया निलंबित
कोरबा क्षेत्रीय प्रबंधन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोषी पाए गए कर्मियों पर तत्काल प्रभाव से निलंबन की कार्यवाही की है।
एसईसीएल के सीवीओ हिमांशु जैन ने स्पष्ट रूप से चेतावनी देते हुए कहा है कि कंपनी की संपत्ति की सुरक्षा और पारदर्शिता में किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा भविष्य में किसी भी प्रकार की अनियमितता या भ्रष्टाचार के मामले में कड़े कदम उठाए जाएंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले भी सीवीओ के मार्गदर्शन में एसईसीएल की कॉलोनियों में अवैध बिजली कनेक्शनों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। वहीं प्रोजेक्ट डिजीकोल के अंतर्गत आधुनिक सेंसर तकनीक का उपयोग कर डीज़ल चोरी जैसी गतिविधियों पर रोक लगाने की पहल भी की गई है।

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