एएसपी अर्चना झा का व्यवहार न केवल एक अधिकारी का था बल्कि एक संवेदनशील बेटी बहन और नागरिक के रूप में नज़र आया उन्होंने व्यक्तिगत रूप से वरिष्ठ नागरिकों से बातचीत की समस्याओं को सुना और आश्वस्त किया

रतनपुर | बुजुर्गों के सम्मान और सुरक्षा को समर्पित सियान चेतना अभियान का सातवां चरण आज रतनपुर के भीम चौक स्थित आत्मानंद कन्या विद्यालय में गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीमती अर्चना झा रहीं जिन्होंने कार्यक्रम में अपने संवेदनशील और प्रेरक वक्तव्य से उपस्थितजनों को भावुक कर दिया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एएसपी अर्चना झा ने कहा यह सिर्फ़ एक पुलिस कार्यक्रम नहीं बल्कि हमारी सामूहिक मानवीय जिम्मेदारी है। हमारे बुजुर्गों ने अपना जीवन परिवार और समाज के निर्माण में समर्पित किया है। आज जब वे अकेलेपन, उपेक्षा या उत्पीड़न के शिकार होते हैं तो यह समाज के लिए आत्ममंथन का समय होता है।उन्होंने स्साफ़ शब्दों में कहा कि सियान चेतना अभियान पुलिस की संवेदनशील और सामाजिक सोच का प्रतीक है। इसके माध्यम से पुलिस अब न सिर्फ अपराध से लड़ रही है, बल्कि सामाजिक सरोकारों को भी पूरी गंभीरता से निभा रही है। इस पहल के तहत वरिष्ठ नागरिकों से नियमित संवाद, उनके स्वास्थ्य व सुरक्षा की निगरानी और समय पर मदद सुनिश्चित की जाएगी।

इस कार्यक्रम में मौजूद वरिष्ठ नागरिकों को शाल व श्रीफल भेंट कर किया गया सार्वजनिक सम्मान किया गया ।छत्तीसगढ़ वरिष्ठ नागरिक कांफ्रेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रप्रकाश देवरस समाजसेवी अरविंद दीक्षित थाना प्रभारी नरेश कुमार चौहान नगर पालिका अध्यक्ष सहित कई जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए ।गरिमामय समारोह में लगभग 100 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया ।
संवेदनशील नेतृत्व की झलक
कार्यक्रम के दौरान एएसपी अर्चना झा का व्यवहार न केवल एक अधिकारी का था बल्कि एक संवेदनशील बेटी बहन और नागरिक का भी। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से वरिष्ठ नागरिकों से बातचीत की उनकी बातें सुनीं और आश्वस्त किया कि पुलिस विभाग उनके साथ हर परिस्थिति में खड़ा रहेगा।

कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि बुजुर्गों के अनुभव आशीर्वाद और मार्गदर्शन समाज की अमूल्य धरोहर हैं। इस अभियान ने उन्हें फिर से समाज की मुख्यधारा में जोड़ा है।एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश पर यह अभियान पिछले एक सालों से चलाया जा रहा है और आगे भी जारी रहेगा ताकि लोगो के बीच पुलिस की छवि अच्छी होने के साथ-साथ लोगों की सुरक्षा और सम्मान भी बढ़ाया जा सकें ।

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