बिलासपुर।गीता प्रेस गोरखपुर की पुस्तक दुकान के शुभारंभ अवसर पर राष्ट्रवादी चिंतक एवं लेखक पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि सनातनी हिंदू समाज यदि मुफ्त की वस्तुएं लेना बंद कर दे तो वह अपनी परंपराओं और मान्यताओं की ओर स्वतः उन्मुख हो जाएगा। उन्होंने कहा कि राम राज्य की कल्पना की जाती है, किंतु इसके लिए समाज को आत्मनिर्भर होना होगा।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए कुलश्रेष्ठ ने कहा कि देश में शासन कोई भी हो सकता है, लेकिन राष्ट्र की परंपराएं और मर्यादाएं शाश्वत हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी को पूजा से रोका नहीं जा सकता। यह हर नागरिक का अधिकार है।
उन्होंने कहा यह देश सभी के लिए समान है और कानून भी सब पर बराबर लागू होता है। पिछले 70 वर्षों में एक ऐसा देश बना है जहां हर धर्म, पंथ के लोग रहते हैं और अपने-अपने धार्मिक स्थलों पर जाते हैं। यह उनकी आस्था का मामला है और इसमें अधिक गहराई तक जाने की आवश्यकता नहीं है।

कुलश्रेष्ठ ने कहा कि धर्मांतरण कोई उचित शब्द नहीं है, धर्म का वास्तविक अर्थ ‘कर्तव्य’ होता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि परिवर्तन मत का हो सकता है, धर्म का नहीं। “हर चीज के लिए सरकार पर निर्भर रहने की प्रवृत्ति बदलनी चाहिए। जब तक व्यक्ति स्वयं की कमियों को नहीं सुधारेगा, तब तक बदलाव संभव नहीं है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने कहा कि यह विश्व का एकमात्र देश है जहां घर की समस्या से लेकर राज्य की समस्या तक समाधान के लिए सरकार पर निर्भरता है, जो कि एक चिंतनीय स्थिति है। समाज को स्वावलंबी बनना होगा।
इस अवसर पर सी-26 श्री श्याम सदर सराफा, मेन रोड, सदर बाजार, बिलासपुर स्थित गीता प्रेस गोरखपुर की पुस्तक दुकान का उद्घाटन पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ व नगर विधायक अमर अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। समारोह में जय श्री श्याम मंदिर ट्रस्ट बिलासपुर के अध्यक्ष मंगतराय अग्रवाल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
भगवताचार्य पं. दुर्गेश अमसेना की धार्मिक उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के कार्यकारी अध्यक्ष कमल सोनी, व्यवस्थापक राजू शर्मा संचालक प्रियंक सर्वण सोनी सहित सनातन धर्म ग्रंथ साहित्य सेवा समिति बिलासपुर के अनेक सदस्य और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।

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