बिलासपुर। अशोक नगर की बदहाल सडक और अपोलो हास्पिटल जाने वाली रोड पर हाईकोर्ट ने बुधवार को स्व संज्ञान में दर्ज हुई जनहित याचिका पर सुनवाई की। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रविन्द्र कुमार अग्रवाल की स्पेशल डिवीजन बेंच ने कहा कि बिलासपुर और आस-पास की लोक निर्माण विभाग की सडकों की हालत बहुत खराब है। इसके साथ ही अशोक नगर में सडक पर बड़े गड्ढे हैं इनका क्या किया जा रहा है। इस मामले में आगामी 25 जुलाई को सुनवाई को होगी।
सुनवाई के दौरान निगम की ओर से कहा गया कि अपोलो वाली सड़क, जो कि बसंत विहार चौक से अपोलो अस्पताल तक है, को चौड़ा करने का काम हाईकोर्ट के निर्देश पर किया जा रहा है। निगम ने अतिक्रमण हटाकर सड़क चौड़ीकरण का काम शुरू कर दिया है और 6 मई को वर्कऑर्डर भी जारी किया गया है। सड़क 80 फिट चौड़ी होगी और दोनों तरफ नाली बनाया जाएगा। निगम केे मुताबिक बसंत विहार चौक से मानसी गेस्ट हाउस होते हुए रपटा तक की सड़क को भी चौड़ा किया जाएगा। अतिक्रमण हटाने से पहले, प्रभावित लोगों को वैकल्पिक बहतराई, सरोज विहार और आईएचएसडीपी योजना के आवास में जगह दी गई है।
खस्ताहल हो चुकी अशोकनगर चौक से बिरकोना तक की सड़क पर भी हाई कोर्ट ने जवाब मांगा है। हरिभूमि ने इस सड़क की दुर्दशा लगातार समाचार प्रकाशित किया है। यह रास्ता दर्जनों शैक्षणिक और दूसरे संस्थानों से होकर गुजरता है। यही वजह है कि इस मार्ग को बनाने के लिए सालों से मांग हो रही है। फिर भी जिम्मेदार अधिकारी इसकी ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। यहां डीएलएस कॉलेज के अलावा महामाया आईटीआई, कुछ निजी और बड़ी कॉलोनियों सहित पूरा सरस्वती नगर बसा है। यह कहना गलत नहीं होगा कि इस क्षेत्र में शहर का एक बड़ा हिस्सा बस चुका है। हर दिन हजारों लोगों का आना जाना लगा होता है। उन्हें ही अब खासी दिक्कत हो रही है। गर्मी के दिनों में लोग जैसे तैसे आने-जाने का काम चला रहे थे। पर बारिश का महीना शुरू हो चुका है। लगभग हर कदम पर गड्ढें हैं, जिनमें बारिश का पानी भर रहा है। इसके कारण बाइक चालक को यह समझ नहीं आ रहा कि वह सड़क पर गाड़ी चला रहा या गड्ढे पर। और इसी का नतीजा है कि लोग सड़क पर गिर पड़ रहे हैं। चोटिल हो रहे हैं।

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