नगर और मुंबई से आये चिकित्सको के समूह ने दिखाया मानव सेवा का अनूठा मिशाल ,एएसपी करियारे ने निभाई अहम ज़िम्मेदारी
बिलासपुर।यातायात पुलिस बिलासपुर की ओर से रविवार को चेतना भवन रक्षित केंद्र में एक दिवसीय निःशुल्क स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्देश्य पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों और उनके परिवारजनों को स्वास्थ्य परामर्श एवं निशुल्क उपचार सुविधा प्रदान करना था।

एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश पर आयोजित इस शिविर में त्वचा संबंधी एवं अन्य व्याधियों का परीक्षण कर विशेषज्ञ डाक्टरो द्वारा उपचार किया गया। साथ ही ज़रूरतमंदों को चिकित्सकीय परामर्शानुसार दवाइयाँ भी निःशुल्क वितरित की गईं।

शिविर में मुंबई और बिलासपुर से आए त्वचा रोग विशेषज्ञों के दल ने शिविर में सेवाएँ दीं। कार्यक्रम का सफल नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रामगोपाल करियारे ने किया। एसएसपी सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि चिकित्सा सेवा भी पुलिस सेवा की तरह ही मानव सेवा का सशक्त माध्यम है।उन्होंने चिकित्सकों एवं मेडिकल प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से यह शिविर संभव हो सका।

एसएसपी रजनेश सिंह ने कहा कि पुलिस की 24×7 कार्यप्रणाली के चलते कर्मचारियों और उनके परिवारजनों की दिनचर्या अनियमित हो जाती है जिसके कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ होना आम बात है ।विशेषकर यातायात में काम करने वाले पुलिस कर्मियों को लंबे समय तक धूप व सड़कों पर काम करने के कारण त्वचा संबंधी रोगों का अधिक सामना करना पड़ता है।

इस शिविर का आयोजन इंडियन एसोसिएशन ऑफ डर्मेटोलॉजिस्ट्स वेनेरोलॉजिस्ट्स एंड लेप्रोलॉजिस्ट्स IADVL छत्तीसगढ़ चैप्टर के सहयोग से किया गया।
इसमें डॉ. दीपक सरकार, डॉ. जे.पी. स्वैन, डॉ. संतोष अग्रवाल डॉ. कल्पना लूथरा डॉ. अदिति बंसल दुबे डॉ. भव्या स्वर्णकार डॉ. मंजीत गुप्ता डॉ. संगीता सिंह डॉ. शिल्पी लकड़ा, डॉ. डेनिस हेनरी और डॉ. पारुल जेमनानी जैसे विशेषज्ञ शामिल रहे। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मोहन गुप्ता और डॉ. डेविड हेनरी ने मार्गदर्शन प्रदान किया।

IADVL छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष डॉ. अजय पांडे और सचिव डॉ. डेनियल हेनरी ने शिविर की सफलता में विशेष भूमिका निभाई।
डॉ. मोहन गुप्ता ने कहा कि यह शिविर समाज के ऐसे वर्ग तक चिकित्सा सेवा पहुँचाने की दिशा में प्रयास है, जो विशेषज्ञ इलाज से वंचित रह जाते हैं।
कार्यक्रम के समापन पर पुलिस विभाग की ओर से सभी चिकित्सकों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

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