जशपुर। जिले में सक्रिय कुख्यात फरार लुटेरे रतन लकड़ा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रतन लकड़ा अपने साथियों के साथ मिलकर जशपुर में कट्टा दिखाकर लगातार लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। आरोपी के विरुद्ध थाना सन्ना, कोरबा, बतौली, लखनपुर और सीतापुर में चोरी और लूट के कुल 16 मामले दर्ज हैं। पुलिस ने उसके कब्जे से एक देशी कट्टा भी जब्त किया है।
एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि प्रकाश गुप्ता ने थाना बगीचा में रिपोर्ट दर्ज कराई कि मारोल के साप्ताहिक बाजार में वह गल्ला खरीदने गया था। तभी 14 अप्रैल की दोपहर करीब 1:30 बजे तीन अज्ञात व्यक्ति अपाचे मोटरसाइकिल पर आए और उनमें से दो ने देसी कट्टा दिखाकर उसके बैग में रखे 46 हजार 700 रुपए और मोबाइल फोन लूट लिए। इसी दिन सतीश यादव ने भी थाना बगीचा में रिपोर्ट की कि वे कंपनी के काम से ग्राम गुरमाकोना गए थे, जहां तीन अज्ञात व्यक्ति मोटरसाइकिल से आए और उनके पर्स से 1800 रुपए व मोबाइल लूट कर भाग गए।

ग्राम अलोरी सोनक्यारी में भी एक व्यापारी से कट्टा दिखाकर लगभग 45 हजार रुपए लूटे गए, जिसकी रिपोर्ट सोनक्यारी चौकी में दर्ज की गई। शिकायतों के आधार पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। जांच के बाद पुलिस ने आरोपी अमेरिकन पैकरा और धनेश्वर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इधर आरोपी रतन लकड़ा पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब हो गया। रतन लकड़ा बार-बार लोकेशन बदलकर पुलिस को चकमा देता रहा, लेकिन पुलिस की तकनीकी टीम, मुखबिर तंत्र और घात लगाकर बैठी टीमों की मदद से अंततः उसे पकड़ने में सफलता मिली।
ऐसे मिली पुलिस को सफलता

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि रतन लकड़ा सोनक्यारी निवासी कमल कुजूर और नारायणपुर के अशोक नामक व्यक्ति से जेल में दोस्ती कर चुका है। इसके बाद पुलिस ने दोनों पर नजर रखन शुरू किया। पुलिस को 17 मई को पता चला कि ये तीनों मोटरसाइकिल से सोनक्यारी की ओर जा रहे हैं। पुलिस की तीन टीमों ने पूरे क्षेत्र में घेराबंदी कर संदेहियों का पीछा किया। शाम करीब 5:30 बजे, सोनक्यारी में कमल कुजूर के घर के पास घेराबंद कर पुलिस की टीम ने फरार आरोपी रतन लकड़ा को दबोच लिया। उसके कब्जे से देशी कट्टा भी जब्त किया गया।
टीम में ये रहे शामिल
मामले की जांच में थाना बगीचा के निरीक्षक संत लाल आयाम, थाना सन्ना के प्रभारी, उप निरीक्षक बृजेश यादव, साइबर सेल के उप निरीक्षक नसीरुद्दीन अंसारी, सोनक्यारी चौकी प्रभारी वैभव सिंह, प्रधान आरक्षक विशाल गुप्ता, आरक्षक मुकेश पांडे समेत अन्य पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका रही है।

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