रायपुर छत्तीसगढ़ । रायपुर पुलिस को ऑनलाइन सट्टा रैकेट के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। गजानंद एप के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा संचालन करने वाले पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने इन सटोरियों के खिलाफ सट्टा संचालन में इस्तेमाल किए गए 600 से अधिक बैंक खातों को फ्रीज करा दिया है। आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देश पर चलाए जा रहे सट्टा विरोधी अभियान के तहत एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना तिल्दा नेवरा पुलिस की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी नंदलाल लालवानी और उसका बेटा गोविंद लालवानी, तिल्दा नेवरा क्षेत्र में गजानंद एप के पैनलों के जरिये ऑनलाइन सट्टा संचालित कर रहे थे। इनके कब्जे से तीन मोबाइल फोन, आधार कार्ड और लगभग 60 हजार रुपये जब्त किया गया है। इस मामले में पहले ही चार अन्य सटोरियों हर्ष पंजवानी, खूबीराम पटेल, सोनू उर्फ शिवा सेन और शैलेन्द्र सिंह उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनसे कुल सात मोबाइल फोन और करीब 1.20 लाख नकद बरामद किया गया था। मामले का खुलासा तब हुआ जब दो अप्रैल को वार्ड क्रमांक छह, तिल्दा नेवरा स्थित एक मकान में छापेमारी कर पुलिस ने हर्ष पंजवानी को पकड़ा। पूछताछ में उसने अन्य सटोरियों के नाम उजागर किए।

जांच में यह भी सामने आया कि नंदलाल लालवानी विभिन्न व्यक्तियों के आधार कार्ड लेकर उनसे फर्जी मोबाइल नंबर प्राप्त करता था, जिनका इस्तेमाल ऑनलाइन सट्टा संचालन में किया जाता था। टेक्नीकल जांच के दौरान गोविंद लालवानी की मामले में संलिप्ता भी सामने आई। पूछताछ में दोनों ने अपराध स्वीकार किया। इनके खिलाफ थाना तिल्दा नेवरा में जुर्म दर्ज किया गया है। ऑनलाइन सट्टा के इस नेटवर्क से जुड़े लेन-देन के लिए जिन 600 से अधिक बैंक खातों का उपयोग किया गया था, उन्हें भी फ्रीज कर दिया गया है, जिससे इस नेटवर्क की आर्थिक कमर तोड़ी जा सके।

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