जशपुर छत्तीसगढ़ ऑपरेशन शंखनाद के तहत पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है। मनोरा चौकी क्षेत्र अंतर्गत पुलिस ने 12 नग गौवंशों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराते हुए दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। मामला छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम की धाराओं 4, 6 और 10 के तहत दर्ज किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुखलाल भगत (43) और निलेश भगत (22), दोनों निवासी डड़गांव, चौकी मनोरा, जिला जशपुर के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार, पांच मई की रात मनोरा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्ति 12 नग गौवंशों को बेरहमी से मारते-पीटते हुए जंगल के रास्ते गोविंदपुर झारखंड की ओर ले जा रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने अधिकारियों को सूचित कर कार्रवाई करते हुए ग्राम खूंटापानी, डुमरटोली पहुंचकर घेराबंदी की। मौके पर पुलिस ने दो तस्करों को दबोचते हुए 12 गौवंशों को मुक्त कराया।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे गोविंदपुर निवासी गोला खान के कहने पर गौवंशों को ग्राम औरकेला, थाना आस्ता से लेकर गोविंदपुर ले जा रहे थे। पुलिस अब गोला खान और अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है, जिन्हें जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया गया है।
टीम में ये रहे शामिल

इस कार्रवाई में चौकी प्रभारी मनोरा उप निरीक्षक दिनेश पुरैना, प्रधान आरक्षक बितीन कुमार भगत, प्रीतम टोप्पो, आरक्षक रवि पैंकरा व भीखाराम की अहम भूमिका रही।

प्रधान संपादक