बिलासपुर। अरपा भैंसाझार परियोजना में मुआवजा घोटाले में संलिप्त पाए जाने पर राजस्व निरीक्षक मुकेश साहू को राज्य शासन ने बर्खास्त कर दिया है। शासन द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि मुआवजा वितरण में अनियमितताओं और वित्तीय भ्रष्टाचार के चलते यह कार्रवाई की गई है।
क्या है मामला?
अरपा भैंसाझार नहर परियोजना के तहत प्रभावित किसानों को दिए जाने वाले मुआवजे में भारी गड़बड़ी की शिकायतें सामने आई थीं। जांच में यह पाया गया कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गलत लोगों को मुआवजा दिया गया, जिससे सरकार को भारी वित्तीय नुकसान हुआ।
जांच में दोषी पाए गए अधिकारी

इस मामले की उच्चस्तरीय जांच के बाद राजस्व निरीक्षक मुकेश साहू को अनियमितताओं का दोषी पाया गया, जिसके आधार पर सरकार ने यह सख्त कदम उठाया। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इस घोटाले में शामिल अन्य दोषियों पर भी जल्द ही कार्रवाई हो सकती है।
सरकार का सख्त रुख
राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। प्रशासन ने यह भी संकेत दिया है कि इस मामले से जुड़े अन्य अधिकारियों की भूमिका की भी समीक्षा की जा रही है।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief