बिलासपुर। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना के कामकाज में अड़ंगेबाजी लगाने वाला रिश्वतखोर रेंजर एसीबी के हत्थे चढ़ गया है। केंद्र की योजना में ग्राम पंचायत का सहयोग करने के बजाय सरपंच से काम के एवज में 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। सरपंच ने पहली किश्त के रूप में उसे 15 हजार रुपये दिए। एसीबी की टीम ने रेंजर को सरपंच से रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है।

रायगढ़ जिले के ग्रामीपंचायत खडगंवा के सरपंच बजरंग लाल सिदार ने एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर में शिकायत की थी कि उसके पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत हुआ है। आवास निर्माण हेतु ग्राम पंचायत खड़गांव ने शासकीय भूमि का चयन कर पंचायत में प्रस्ताव पास किया गया था।
चयनित भूमि में आवास निर्माण हेतु वन भूमि को आवासीय भूमि में परिवर्तित करने के लिए सरपंच उसने कलेक्टर रायगढ़ को आवेदन दिया था। कलेक्टर ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सरपंच के पत्र के आधार पर वन विभाग को मौके की जांच कर प्रतिवेदन पेश करने का निर्देश दिया था। सरपंच ने खरसिया रेंज के रेंजर टीपी वस्त्रकार को केंद्रीय योजना की जानकारी देते हुए मौक की जांच कर रिपोर्ट कलेक्टर को भेजने का अनुरोध किया तब रेंजर ने मौका जांच और प्रतिवेदन के एवज में 25 हजार रुपये रिश्वत की मांग की।
सरपंच ने इसकी शिकायत एसीबी बिलासपुर से की। शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर ने मामले की पड़ताल की। सरपंच की शिकायत सही पाए जाने पर एसीबी ने अपने स्तर पर कार्रवाई प्रारंभ की।
शुक्रवार 14 .2 .2025 को प्रार्थी को अनावेदक रेंजर वस्त्रकार के पास व्यवस्था हुई रकम ₹15000 लेकर भेजा गया था जो प्रार्थी द्वारा रेंजर वस्त्रकार को खरसिया रेस्ट हाउस में रिश्वती रकम 15000 रुपए देने पर पहले से घेराबंदी में लगी हुई एसीबी बिलासपुर की टीम ने रेंजर को रंगे हाथों पकड़ लिया।

रेंजर वस्त्रकार के विरुद्ध एसीबी के द्वारा धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है।

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन