बिलासपुर। तोरवा क्षेत्र के देवरीखुर्द में जमीन हड़पने और फर्जी दस्तावेज बनाकर बिक्री करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जमीन मालिक की शिकायत पर पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। आरोपियों में जमीन दलाल समेत पुराने मालिक शामिल हैं।

तोरवा निवासी शिवाकांत पांडेय ने थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी मां श्रीपति पांडेय ने वर्ष 1987 में जुठेलदास और दुलारदास पिता साधराम से 2700 वर्गफीट जमीन खरीदी थी। जनवरी 2022 में मां के निधन के बाद भूमि का नामांतरण दोनों भाइयों शिवाकांत और उनके भाई के नाम पर हो गया था। पीड़ित के अनुसार, जमीन दलाल आकाश मिश्रा, सुनील घोरे, और पुराने मालिक दुलारदास ने मिलकर मृतक जुठेलदास के नाम से फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी तैयार कर ली। इसी फर्जी दस्तावेज के आधार पर जून 2024 में जमीन को दो हिस्सों में बांटकर राजकुमार पंजवानी नामक व्यक्ति को बेच दिया गया। शिवाकांत को धोखाधड़ी की भनक तब लगी जब राजकुमार पंजवानी ने जमीन पर दीवार खड़ी करना शुरू किया। उन्होंने तत्काल राजस्व विभाग से दस्तावेज निकलवाए तो फर्जीवाड़े का पूरा खुलासा हुआ। इसके बाद उन्होंने आईजी को शिकायत सौंपी। आईजी के निर्देश पर तोरवा पुलिस ने मामले की प्रारंभिक जांच की। जांच में शिकायत सही पाई गई। इसके बाद पुलिस ने आकाश मिश्रा, सुनील घोरे, दुलारदास, राजकुमार पंजवानी और एक अज्ञात सहयोगी के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और षड्यंत्र के तहत मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी है। वहीं, शिकायतकर्ता ने मांग की है कि फर्जी दस्तावेज तैयार करने में शामिल सभी दलालों और राजस्व कार्यालय के कर्मचारियों की भी जांच की जाए, ताकि इस तरह की भूमि धोखाधड़ी की घटनाओं पर अंकुश लग सके।
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