बिलासपुर, छत्तीसगढ़ ।तोरवा थाना पुलिस ने दो वर्ष पुराने एक ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह मामला वर्ष 2023 में रेलवे ट्रैक पर मिले एक संदिग्ध शव से जुड़ा है, जिसकी पहचान बाद में विनोद महंत निवासी हेमुनगर बिलासपुर के रूप में हुई थी।
हत्या के पीछे था अवैध संबंध का संदेह
जांच में खुलासा हुआ कि मृतक विनोद महंत का संबंध राजकुमारी पासी नामक महिला से था। राजकुमारी के पुत्र कृष्णा पाल और उसके साथी मनोज पाल उर्फ धन्ना को इस संबंध पर संदेह हुआ।
तोरवा पुलिस के अनुसार दोनों ने पहले मृतक से विवाद किया और फिर लोहे की रॉड से हमला कर हत्या कर दी। शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया ताकि घटना को हादसे जैसा दिखाया जा सके।
पुराना ब्लाइंड केस, नई वैज्ञानिक जांच
एसएसपी आईपीएस रजनेश सिंह के निर्देश पर जब मर्ग डायरी की दोबारा समीक्षा की गई तो हत्या के स्पष्ट संकेत मिले। इसके बाद मामला धारा 302 व 201 भादवि के तहत दर्ज कर पुनः जांच शुरू की गई।
इस मामले की जांच प्रारंभ में तत्कालीन सीएसपी कोतवाली आईपीएस अक्षय प्रमोद सबद्रा के नेतृत्व में हुई थी लेकिन इसी बीच उनका तबादला हो गया एसएसपी आईपीएस रजनेश सिंह के निर्देश पर इस मामले की जांच सीएसपी कोतवाली आईपीएस गगन कुमार ने फिर से शुरू की और वैज्ञानिक पद्धति से नए सिरे से आगे बढ़ाया।
सीएसपी गगन कुमार के नेतृत्व में जांच दल ने तकनीकी साक्ष्य स्थानीय सूचना और पुराने गवाहों के बयानों को मिलाकर घटनाक्रम की सटीक कड़ी तैयार की। अंततः आरोपियों से पूछताछ में हत्या की पूरी कहानी सामने आ गई।
गिरफ्तारी और जब्ती
पुलिस ने इस हत्या में प्रयुक्त लोहे की रॉड को बरामद कर लिया है।दोनों आरोपियों कृष्णा पाल और मनोज पाल को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।

सीएसपी आईपीएस गगन कुमार का कहना है कि यह खुलासा धैर्य सतर्कता और वैज्ञानिक जांच का परिणाम है जिसने एक लंबे समय से अंधेरे में दबी सच्चाई को सामने लाया।
जांच टीम का योगदान
इस सफलता में थाना प्रभारी निरीक्षक अभय सिंह बैस, स.उ.नि. विदेशी राम साहू प्रधान आरक्षक उमाशंकर राठौर आरक्षक सरफराज खान आरक्षक अजय शर्मा एवं महिला आरक्षक ईफरानी का विशेष योगदान रहा।
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