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October 16, 2025 12:59 pm

कार्रवाई के नाम पर थाने में वसूली, एनटीपीसी कर्मचारी ने खा लिया जहर

बिलासपुर। सीपत थाने में पदस्थ कुछ पुलिसकर्मियों की वसूलीखोरी ने एनटीपीसी कर्मचारी को आत्मघाती कदम उठाने पर मजबूर कर दिया। शराब पीकर वाहन चलाने का आरोप लगाकर थाने के जवानों ने कर्मचारी से 50 हजार रुपये की मांग की। पुलिस की धमकी और दबाव से सहमे कर्मचारी ने थाने से निकलने के बाद जहरीला पदार्थ खा लिया। गंभीर हालत में उसे अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उपचार जारी है। कर्मचारी की पत्नी ने इस पूरे मामले की शिकायत एसएसपी कार्यालय में की है।



सीपत थाना क्षेत्र के उज्जवल नगर एनटीपीसी कॉलोनी निवासी धीरेंद्र मंजारे (35) एनटीपीसी के एचआर विभाग में कार्यरत हैं। उनकी पत्नी रामेश्वरी के मुताबिक, रविवार शाम धीरेंद्र शराब दुकान गए थे। वहां से शराब लेकर लौटते समय सीपत थाने के कुछ पुलिस जवानों ने उन्हें रोक लिया और वाहन जब्त कर थाने में खड़ा कर दिया। थाने में कर्मचारियों ने धीरेंद्र से 50 हजार रुपये की मांग की। रुपये नहीं देने पर कार्रवाई की धमकी दी गई। भय और अपमान के कारण सहमे धीरेंद्र थाने से घर जाने के लिए निकले और रास्ते में ही जहरीला पदार्थ खा लिया। उन्होंने घर पहुंचकर पत्नी को पूरी घटना बताई। रामेश्वरी ने तत्काल उन्हें एनटीपीसी अस्पताल पहुंचाया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अपोलो अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों के अनुसार, धीरेंद्र की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मामले की जानकारी मिलते ही सीपत पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी हरकत में आए। कर्मचारी की पत्नी ने सोमवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचकर लिखित शिकायत सौंपी है।

व्यवसायी से भी की गई वसूली
इसी थाने में एक और मामला सामने आया है। नवाडीह चौक निवासी अविनाश सिंह ठाकुर, जो किराना दुकान संचालित करते हैं, ने आरोप लगाया कि रविवार को वे अपने दोस्त रवि कश्यप के साथ किसी काम से सीपत थाने गए थे। थाने में ही थाना प्रभारी गोपाल सतपथी और आरक्षक ने उनसे कार्रवाई के नाम पर 50 हजार रुपये की मांग की। अविनाश ने ऑनलाइन भुगतान करने की बात कही, जिस पर थाने में काम करने वाले निजी कंप्यूटर ऑपरेटर राजेश्वर कश्यप के खाते में 24 हजार रुपये ट्रांसफर करवाए गए। इसके बाद उनका वाहन छोड़ दिया गया। कुछ देर बाद उनके वाहन को फिर से रोका गया और दोबारा थाने लाकर जब्त कर लिया गया। उनके साथी रवि कश्यप के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।

एएसआई की भूमिका संदिग्ध
पूरे मामले में थाने में पदस्थ एएसआई सहेत्तर कुर्रे की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। आरोप है कि उसी ने पहले व्यवसायी की गाड़ी दुकान के सामने से उठवाई और एनटीपीसी कर्मचारी की गाड़ी जब्त कर रुपये मांगने के लिए जवानों को निर्देश दिए। इससे पहले भी एएसआई पर एक युवती ने अपने पिता से मारपीट और पैसों की मांग के आरोप लगाए थे। युवती और उसके पिता एसएसपी कार्यालय में शिकायत करने पहुंचे थे। इससे पहले ही एएसआई ने युवती के पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। बताया जा रहा है कि पचपेड़ी थाना कार्यकाल के दौरान भी उस पर कोचियों से सांठगांठ के आरोप लगे थे।

रवि शुक्ला
रवि शुक्ला

प्रधान संपादक

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