सुपेला पुलिस ने गिरोह के 5 सदस्यों को दबोचा, करोड़ों की संपत्ति जब्त
भिलाई। शेयर बाजार में मोटा मुनाफा दिलाने का सपना दिखाकर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। मुख्य साजिशकर्ता स्नेहांशु नामदेव और उसकी पत्नी डाली नामदेव समेत 5 लोगों को सुपेला पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने निशा बिजनेस कंसलटेंट प्रा.लि. और यूनिक इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशन नाम से फर्जी फर्में खड़ी कर निवेशकों को फंसाया था। अब तक करीब 10–12 करोड़ की धोखाधड़ी के सबूत मिले हैं।
ऐसे दिया ठगी को अंजाम
स्नेहांशु नामदेव ने अपनी पत्नी और सहयोगियों के साथ मिलकर लोगों को शेयर मार्केट में 20 से 40 फीसदी तक मासिक मुनाफे का लालच दिया। यहां तक कि एक साल में रकम दोगुनी करने का वादा किया गया। निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए फर्जी दस्तावेज, आईडी-पासवर्ड और मिरर इमेज तैयार कर व्हाट्सएप के जरिए भेजे जाते थे।
असल में रकम का शेयर बाजार में निवेश नहीं किया जाता था, बल्कि मनी रोलिंग के जरिए शुरुआत में कुछ लोगों को ब्याज दिया गया। इसके बाद बाकी रकम से आरोपी महंगी गाड़ियां जेवर और संपत्ति खरीदते रहे।
शिकायत पर खुला राज
करण शर्मा नाम के निवेशक ने शिकायत की कि उससे और उसके साथियों से 66 लाख 47 हजार की ठगी हुई है। जांच में पता चला कि फर्जी कंपनियां न तो सेबी में रजिस्टर्ड थीं न ही आरबीआई से कोई अनुमति थी। पूछताछ में गिरोह की करतूत सामने आ गई।
जब्त संपत्ति
पुलिस ने आरोपियों से ठगी की रकम से खरीदी गई संपत्ति और सामान जब्त किए हैं, जिसमें टाटा कर्व कार हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल सोने-चांदी के जेवर नकदी रकम फ्लैट संबंधी दस्तावेज महंगे मोबाइल विदेशी कंपनी वरटू समेत लैपटॉप, कंप्यूटर बैंक दस्तावेज और रजिस्टर जब्त संपत्ति की कुल कीमत करीब 1 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी
स्नेहांशु नामदेव साईविला जंजगिरी डाली नामदेव पत्नी स्नेहांशु नामदेव निशा मानिकपुरी विजय नगर दुर्ग धातरी कोसरे डीपाकेट मरोदा भिलाई शुभम गुप्ता कृपाल नगर कोहका पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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