बिलासपुर ।भारतीय रेलवे द्वारा संचालित NTES नेशनल ट्रेन एनक्वायरी सिस्टम ऐप पर एक बार बड़े सवाल उठ रहे है , यात्रियों को गुमराह करने वाली जानकारी सामने आई है। शनिवार शाम को 18249 हसदेव एक्सप्रेस को ऐप पर बिलासपुर जंक्शन पर समय पर पहुंचा हुआ बताया गया, जबकि वास्तव में ट्रेन धाधापारा स्टेशन के पास खड़ी थी।इस संबंध में जब SECR केजनसंपर्क अधिकारी डॉ सुस्कर विलासराव से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल ही स्विच आफ़ बताया मतलब जानकारी के लिए कोई भी जवाब नहीं मिला अब यही ही बोल सकते है ।




बिलासपुर स्टेशन पहुचने पर पता चला की इस गड़बड़ी के कारण कई यात्रियों को गलत सूचना मिली, जिससे वे समय पर स्टेशन पहुंचने में असमर्थ रहे। यात्रियों का कहना है कि जब उन्होंने ऐप पर ट्रेन की लाइव स्थिति देखी, तो बताया गया कि ट्रेन 19:55 बजे बिलासपुर पहुंच चुकी है, जबकि ग्राउंड रियलिटी इससे अलग थी।




सीपीआरओ से संपर्क नहीं हो पाया लेकिन सीपीआरओ की ए जिम्मेदारी है कि कम से कम वो साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे की तरफ़ से पक्ष रखें ताकि आम लोगों को सही जानकारी मिल सके लेकिन इस पर क्या बोल सकते है रेलवे की तकनीकी व्यवस्थाओं पर यह एक बड़ा सवाल खड़ा करती है, पहले ऐप को सही कर ले फिर सार्वजनिक रूप से इसे लागू करे ताकि यात्रियों को परेशानी ना हो लेकिन कहानी कुछ और ही बया कर रही है ।ऐसे में अगर यात्री ऐप की जानकारी पर भरोसा करके योजना बनाएं, तो उन्हें असुविधा और नुकसान उठाना पड़ सकता है।


यात्रियों का कहना है कि यह समस्या ट्रेन की GPS ट्रैकिंग और स्टेशन से रियल-टाइम अपडेट के बीच समन्वय की कमी के कारण हो सकती है।रेलवे को चाहिए कि वह NTES ऐप की सटीकता की जाँच करे और यात्रियों को वास्तविक समय की सही जानकारी उपलब्ध कराने के लिए सुधारात्मक कदम उठाए।

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