बिलासपुर। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ बिलासपुर पुलिस ने कड़ाई शुरू कर दी है। रेड लाइट जंपिंग, ओवर स्पीडिंग, ओवरलोडिंग, बिना हेलमेट वाहन चलाना, मोबाइल पर बात करते हुए ड्राइविंग और शराब के नशे में वाहन चलाने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। अब तक कुल 1920 वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किए जा चुके हैं।





एएसपी ट्रैफिक रामगोपाल करियारे ने बताया कि सड़क हादसों पर रोक लगाने के लिए ट्रीपल ई सिस्टम को लागू किया गया है। इसमें इंजीनियरिंग, एजुकेशन और एनफोर्समेंट पर एक साथ काम किया जा रहा है। दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान कर वहां संरचनात्मक सुधार किए जा रहे हैं। ऐसी जगहों पर गति नियंत्रक, साइन बोर्ड, बैरिकेड्स आदि की व्यवस्था। वहीं, सड़क सुरक्षा को लेकर आम लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूल-कॉलेजों, सार्वजनिक स्थानों और चौराहों पर अभियान चलाया जा रहा है। सख्ती का सबसे बड़ा असर सिग्नल तोड़ने वालों पर पड़ा है। शहर में कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी मदद से रेड लाइट जंप करने वालों की पहचान की जाती है। चालान की राशि जमा करने के बाद भी उनका रिकॉर्ड आरटीओ को भेजा जाता है, जहां से ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किया जा रहा है। इसके बाद वाहन चालक को दोबारा आवेदन कर टेस्ट पास करके ही नया लाइसेंस लेना होता है।



नियमों के प्रति जागरुक जरूरी
एएसपी करियारे ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस का मकसद केवल चालान काटना नहीं, बल्कि लोगों में नियमों के प्रति जिम्मेदारी और समझ विकसित करना है। उन्होंने कहा कि सड़क पर जरा सी लापरवाही न केवल खुद के लिए बल्कि दूसरों के जीवन के लिए भी खतरनाक हो सकता है। इसलिए सभी से अपील है कि वे यातायात नियमों का पालन करें।


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