बिलासपुर। बिल्हा क्षेत्र के ग्राम गोढ़ी में तीन दिवसीय शिविर के दौरान बच्चों ने कला, खेल और विचारों की प्रस्तुति से अपने उज्ज्वल भविष्य की झलक दी। पुलिस की ओर से चलाए जा रहे चेतना अभियान के अंतर्गत आयोजित आओ संवारे कल अपना कार्यक्रम में 65 बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। शिविर में पेंटिंग, रंगोली, वाद-विवाद, निबंध, योग, खो-खो और वॉलीबॉल जैसे आयोजनों के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा को निखारने का प्रयास किया गया।

एसएसपी रजनेश सिंह की पहल पर चल रहे चेतना अभियान का उद्देश्य बच्चों को मोबाइल की लत और नशे जैसी सामाजिक बुराइयों से दूर कर रचनात्मक व शारीरिक गतिविधियों की ओर प्रेरित करना है। इसी के तहत ग्राम गोढ़ी में आयोजित इस शिविर में बच्चों को विभिन्न खेलों और प्रतियोगिताओं के माध्यम से आत्म-अनुशासन, टीम भावना और नेतृत्व क्षमता का अभ्यास कराया गया।

शिविर में बच्चों ने समूहों में हिस्सा लेकर न केवल अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, बल्कि एक-दूसरे से सहयोग और समर्पण की भावना भी सीखी। पेंटिंग और रंगोली के माध्यम से बच्चों ने अपनी कल्पनाओं को रंगों में उकेरा, वहीं वाद-विवाद और निबंध प्रतियोगिता में उन्होंने अपने विचारों की स्पष्टता और अभिव्यक्ति क्षमता का परिचय दिया।

कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने बताया कि ऐसे शिविर उन्हें आत्मविश्वास बढ़ाने और स्वयं को पहचानने का अवसर देते हैं। इसके माध्यम से वे सीखते हैं कि टीमवर्क, अनुशासन और रचनात्मकता किस तरह जीवन को दिशा दे सकते हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने में बिल्हा थाना प्रभारी उमेश कुमार साहू, आरक्षक सुमंत चंद्रवंशी, शिक्षक डॉ. एसएन पांडेय, पीटीआई हितेश कुमार, अजय झा, आशीष सोनी, दीपक सन्नाट्य, इन्दुलता सोनी और आरती पांडेय की भूमिका रही।

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन