रायपुर। एम्स रायपुर में हर्निया सर्जरी के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। एक मरीज को ऑपरेशन के लिए सितंबर 2024 में एम्स रायपुर बुलाया गया, लेकिन उसे दिसंबर 2025 की तारीख दे दी गई। छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी ने इस देरी को अनुचित बताते हुए एम्स प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

बेड खाली फिर भी मरीजों को लौटाया जा रहा
छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी के संयोजक डॉ. कुलदीप सोलंकी ने कहा कि एम्स रायपुर में पर्याप्त संसाधन, ऑपरेशन थिएटर और सर्जन होने के बावजूद मरीजों को डेढ़ साल की वेटिंग दी जा रही है, जो अस्वीकार्य है। उन्होंने इसे सरकारी लापरवाही और जवाबदेही की कमी बताया।
जनप्रतिनिधि भी है बेबस

डॉ. सोलंकी का कहना है कि रायपुर एम्स से प्रदेश की जनता को बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन स्थानीय प्रबंधन की निष्क्रियता के कारण मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल पा रहा। करोड़ों के बजट और सैकड़ों विशेषज्ञ डॉक्टर होने के बावजूद मरीजों को समय पर बेड और जरूरी जांच सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।

प्रधानमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को सौंपा जाएगा ज्ञापन
सिविल सोसायटी ने एम्स रायपुर प्रशासन से मांग की है कि अनावश्यक वेटिंग को जल्द से जल्द समाप्त किया जाए। यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो यह मुद्दा प्रधानमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष उठाया जाएगा।

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन