गुंडे-बदमाशों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई, थाना प्रभारी पुरस्कृत,जिले में कानून-व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता: एसएसपी ने किया फरियादियों से सीधे संवाद कर त्वरित निराकरण के दिए निर्देश
छत्तीसगढ़ ।बिलासपुर जिले में कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आईपीएस रजनेश सिंह ने थाना सिविल लाइन का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एसएसपी श्री सिंह ने स्पष्ट संदेश दिया कि पुलिस व्यवस्था में लापरवाही, लंबित मामलों और जनता की शिकायतों के प्रति उदासीनता किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं की जाएगी।
निरीक्षण के समय वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने थाना परिसर में उपस्थित फरियादियों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और त्वरित प्रभावी निराकरण के लिए रात्रि अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आम नागरिक का विश्वास पुलिस की कार्यप्रणाली से जुड़ा है और प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से लेना पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी है।

सीसीटीएनएस कक्ष में निरीक्षण के दौरान एसएसपी श्री सिंह ने सीसीटीएनएस ऑपरेटर से प्रणाली के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की जानकारी लेते हुए रिकॉर्ड संधारण एवं अद्यतन की गहन समीक्षा की। रीडर शाखा में पासपोर्ट सत्यापन एवं चरित्र सत्यापन से संबंधित लंबित आवेदनों के शीघ्र निराकरण के निर्देश भी दिए गए।

विवेचक कक्ष में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने स्वयं पुराने लंबित अपराधों की केस डायरी का अवलोकन किया और विवेचकों को समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण विवेचना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उप निरीक्षक अमृत साहू द्वारा वर्ष 2024 के पूर्व से लंबित 13 प्रकरणों का निराकरण कर चालान न्यायालय में प्रस्तुत किए जाने पर उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए नगद पुरस्कार प्रदान किया गया।
इसी क्रम में एएसआई मस्तराम कश्यप एएसआई विष्णु साहू एवं वरिष्ठ आरक्षक वीरेंद्र राजपूत को भी पूर्व से लंबित प्रकरणों के प्रभावी निराकरण में सराहनीय योगदान के लिए कैश रिवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया। वहीं मालखाना प्रभारी द्वारा जप्त माल का सुव्यवस्थित सुरक्षित एवं नियमसम्मत संधारण संतोषजनक पाए जाने पर उन्हें भी नगद पुरस्कार प्रदान किया गया।
थाना प्रभारी सिविल लाइन ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने हेतु लगातार सख्त और प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। हालिया अवधि में आर्म्स एक्ट के तहत 1, धारा 170 बीएनएस के तहत 8, धारा 126 एवं 135(3) बीएनएस के तहत 105, धारा 128 बीएनएस के तहत 2 तथा धारा 129 बीएनएस के तहत 2 प्रकरण दर्ज किए गए। कुल 32 प्रकरणों में चालान न्यायालय में प्रस्तुत किए गए हैं तथा 12 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है।
इसके अतिरिक्त विगत तीन दिनों में 20 गुंडे-बदमाशों एवं असामाजिक तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की गई है, जिनमें चाकूबाजी जैसे गंभीर अपराधों में पूर्व में संलिप्त और जेल से रिहा होने के बाद पुनः आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय अपराधी शामिल हैं। इस प्रभावी और सतत कार्रवाई पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह द्वारा थाना प्रभारी सिविल लाइन को भी नगद पुरस्कार प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया।

एसएसपी श्री सिंह ने निरीक्षण के अंत में स्पष्ट किया कि जिले में अपराध नियंत्रण, लंबित मामलों का शीघ्र निराकरण और आमजन की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा इस दिशा में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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