मोपका: ग्राम लगरा में सरपंच चुनाव की मतगणना के बाद हारी हुई प्रत्याशी पद्मावती कांगो ने अपने पति और समर्थकों के साथ मिलकर पोलिंग पार्टी को रोक लिया और पुनर्मतगणना की मांग करने लगी। स्थिति बिगड़ने पर सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और पोलिंग पार्टी को सुरक्षित बाहर निकाला।
यह घटना चुनावी हिंसा की गंभीरता को दर्शाती है, जहां हार स्वीकार न करने की मानसिकता से कानून-व्यवस्था प्रभावित होती है। मतगणना के बाद पुनर्मतगणना की मांग करना प्रत्याशी का अधिकार हो सकता है, लेकिन इसके लिए विधिक प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए, न कि हिंसा का सहारा लिया जाना चाहिए।

पुलिस पर हमला और सरकारी कार्य में बाधा डालना गंभीर अपराध हैं, और इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती से स्थिति को नियंत्रित किया गया, जो महत्वपूर्ण कदम है।
इसके बाद पद्मावती कांगो ने अपने समर्थकों को उग्र कर दिया, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। समर्थकों ने पुलिस पर प्राणघातक हमले की नीयत से पथराव कर दिया, जिससे कुछ पुलिसकर्मी और निजी व्यक्तियों को चोटें आई हैं। हमले में एक हायर पेट्रोलिंग वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया।
चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता बनाए रखने और हिंसा पर सख्ती से रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।

पुलिस ने मामले में विधिवत अपराध दर्ज करते हुए अब तक कुल 9 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया है। शेष फरार आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief