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April 24, 2025 5:38 am

स्कूल के बाथरूम में धमाका, 10 साल की छात्रा झुलसी

बिलासपुर। मंगला चौक स्थित सेंट पलोटा स्कूल के बाथरूम में शुक्रवार सुबह अचानक तेज धमाका हुआ, जिससे चौथी कक्षा की एक छात्रा झुलस गई। धमाके की आवाज सुनकर स्कूल स्टाफ मौके पर पहुंचा और बच्ची को तुरंत निजी अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ कि बाथरूम में सोडियम मेटल डाला गया था, जिससे यह विस्फोट हुआ। पुलिस मामले की जांच कर रही है और कुछ छात्राओं पर संदेह जताया जा रहा है।

शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे चौथी कक्षा की छात्रा बाथरूम गई थी। जैसे ही उसने वहां पानी डाला, तेज धमाका हुआ और वह चीख पड़ी। आसपास मौजूद शिक्षक और छात्र दौड़कर बाथरूम पहुंचे, जहां बच्ची को झुलसा हुआ पाया। स्कूल प्रबंधन ने तत्काल बच्ची को पास के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे बर्न एंड ट्रामा अस्पताल रेफर कर दिया गया। स्कूल प्रिंसिपल फादर सुनीत कुमार ने बताया कि बच्चों से पूछताछ में करीब सात-आठ छात्राओं के नाम सामने आए हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि छात्राओं ने सोडियम मेटल को एल्यूमिनियम फॉयल में लपेटकर बाथरूम में रख दिया था। जैसे ही छात्रा ने वहां पानी डाला, सोडियम मेटल के संपर्क में आते ही धमाका हो गया और वह झुलस गई।

बड़ा सवाल: बच्चों को कहां से मिला केमिकल?

इस घटना ने सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। स्कूल प्रशासन का कहना है कि घटना में आठवीं कक्षा के छात्र शामिल हैं, जिन्हें प्रयोगशाला में प्रवेश की अनुमति नहीं होती। ऐसे में यह सवाल उठता है कि बच्चों को यह केमिकल कहां से मिला? स्कूल प्रबंधन अब इस बात की जांच कर रहा है कि यह पदार्थ स्कूल के बाहर से लाया गया था या किसी अन्य स्रोत से प्राप्त हुआ।

पुलिस की सुस्ती पर उठे सवाल

हैरानी की बात यह है कि इस गंभीर घटना की सूचना मिलने के बावजूद पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। थाना प्रभारी सुम्मत साहू अपने कार्यालय में बैठकर स्कूल प्रबंधन के लोगों से बात कर रहे थे। स्कूल की ओर से दो लोग आवेदन लेकर थाने पहुंचे, लेकिन उन्हें घटना की पूरी जानकारी नहीं थी। पुलिस ने तुरंत जांच शुरू करने के बजाय मामले को टाल दिया।

अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद सक्रिय हुई पुलिस

जब घटना की जानकारी सीएसपी निमितेष सिंह तक पहुंची, तो उन्होंने फोरेंसिक टीम को जांच के लिए भेजा। कुछ देर बाद वे खुद भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद सिविल लाइन थाना प्रभारी सुम्मत साहू भी स्कूल पहुंचे और प्रिंसिपल से घटना की जानकारी ली। अब पुलिस की टीम छात्राओं से पूछताछ करने की बात कह रही है।

तीन दिन से चल रही थी योजना

प्रिंसिपल ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि छात्राएं पिछले तीन दिनों से सोडियम मेटल स्कूल ला रही थीं। वे इसे बाथरूम में रखकर शरारत करने की योजना बना रही थीं, लेकिन स्कूल प्रबंधन को इसकी भनक तक नहीं लगी। नतीजतन, 10 साल की मासूम छात्रा इस घटना की शिकार हो गई।

क्या है सोडियम?

सोडियम एक क्षारिय धातु है, जो अत्यधिक प्रतिक्रियाशील होती है। इसे चाकू से आसानी से काटा जा सकता है, लेकिन यह हवा और पानी के संपर्क में आते ही तेजी से प्रतिक्रिया करता है। इसे आमतौर पर केरोसिन तेल में डुबोकर रखा जाता है। पानी के संपर्क में आने पर यह विस्फोट कर सकता है और हाइड्रोजन गैस छोड़ता है, जिससे आग लगने की संभावना बढ़ जाती है। इस घटना ने स्कूलों में सुरक्षा उपायों की गंभीरता को उजागर कर दिया है।

रवि शुक्ला
रवि शुक्ला

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन

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