बिलासपुर। सिरगिट्टी स्थित नर्मदा कोल्डड्रिंक में काम करने वाले HR कर्मचारी सत्यप्रकाश ने कंपनी के कोल्डड्रिंक फार्मूले की डिजिटल प्रतिलिपि अपने लैपटॉप में सुरक्षित कर, उसे दूसरी कंपनी को बेच दिया। इस धोखाधड़ी से कंपनी को वित्तीय नुकसान होने के साथ-साथ नकली माल के बाजार में प्रचलित होने की आशंका भी पैदा हो गई है।

घटना की शुरुआत तब हुई जब कंपनी के अधिकारियों ने देखा कि कंपनी के उत्पाद के मूल फार्मूले में गड़बड़ी होने के संकेत मिले। जांच-पड़ताल में पता चला कि HR कर्मचारी सत्यप्रकाश ने कंपनी द्वारा साझा किए गए डिजिटल फार्मूले की एक कॉपी अपने निजी लैपटॉप में ले ली थी। इसके पश्चात उसने इस फार्मूले को दूसरी कंपनी के पास बेचकर कंपनी के उत्पाद की सुरक्षा में बड़ा सुराग छोड़ा।
इस संदिग्ध गतिविधि के चलते कंपनी ने तुरंत HR सत्यप्रकाश का तबादला औरंगाबाद स्थित प्लांट में कर दिया, ताकि स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सके। लेकिन सत्यप्रकाश की हरकतें वहीं रुकने का नाम नहीं लेतीं। कंपनी के अधिकारियों की लगातार शिकायतों के बाद सिरगिट्टी थाना में मामले की सूचना दी गई। पुलिस ने धोखाधड़ी तथा सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सिरगिट्टी थाना प्रभारी रजनीश सिंह ने बताया, “नर्मदा कोल्डड्रिंक में ब्रांडेड कंपनी के कोल्डड्रिंक का उत्पादन किया जाता है। कंपनी के इस महत्वपूर्ण फार्मूले को सुरक्षित रखना हमारी प्राथमिकता थी। लेकिन HR कर्मचारी द्वारा इसकी चोरी और गैरकानूनी लेनदेन ने कंपनी के व्यापारिक रहस्यों को गंभीर संकट में डाल दिया है।” उन्होंने आगे कहा कि संदिग्ध के लैपटॉप की जांच से जल्द ही पूरी घटना का पता चल जाएगा और जिन संस्थाओं के साथ फार्मूले का व्यापार हुआ है, उनकी जानकारी जुटाई जा रही है।
इस मामले से देशभर में नकली उत्पादों के बाजार में प्रवेश की आशंका बढ़ गई है, जिससे कंपनी की प्रतिष्ठा पर भी प्रश्न चिह्न लग गया है। अधिकारियों का मानना है कि इस तरह की घटनाएँ अन्य कंपनियों के लिए भी चेतावनी का काम करेंगी, ताकि सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए जा सकें।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief