बिलासपुर। विनोबा नगर निवासी जमीन व्यवसाई आशीष पांडेय को सड़क निर्माण के लिए पहले ही अधिग्रहित की जा चुकी जमीन को बेचने का झांसा देकर 6 लाख 20 हजार रुपये की ठगी का शिकार बना दिया गया। इस संबंध में पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

आशीष पांडेय ने पुलिस को बताया कि बहतराई निवासी रामसनेही सूर्यवंशी ने उनसे संपर्क कर अपनी आठ डिसमिल जमीन बेचने की पेशकश की थी। बातचीत के दौरान रामसनेही ने दावा किया कि यह जमीन पूरी तरह वैध है और उसे बेचने में कोई कानूनी अड़चन नहीं है। जमीन व्यवसायी आशीष पांडेय ने रामसनेही की बातों पर भरोसा कर अलग-अलग किश्तों में कुल 6 लाख 20 हजार रुपये उसे दे दिए।
हालांकि, पैसे देने के कुछ समय बाद आशीष को शक हुआ और उन्होंने जमीन से जुड़े दस्तावेजों की जांच करवाई। जांच के दौरान खुलासा हुआ कि जिस जमीन को बेचने की बात रामसनेही कर रहा था, वह जमीन पहले ही लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा सड़क निर्माण के लिए अधिग्रहित की जा चुकी है। इतना ही नहीं, वह जमीन रामसनेही के नाम पर पंजीकृत भी नहीं थी।

इस धोखाधड़ी का पता चलते ही आशीष पांडेय ने मामले की शिकायत स्थानीय थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने जांच के बाद रामसनेही सूर्यवंशी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है और जमीन से जुड़े दस्तावेजों की भी जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस ठगी में और कोई व्यक्ति तो शामिल नहीं है।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief