बिलासपुर। सिविल लाइन क्षेत्र के मंगला चौक के पास ठगों ने पुलिसकर्मी बनकर एक कार वर्कशॉप मैनेजर से सोने की अंगूठी और चेन ठग ली। उन्होंने जांच के बहाने असली जेवर लिए और बदले में नकली जेवर देकर फरार हो गए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मंगला शिक्षक कॉलोनी निवासी भुनेश्वर कुमार सूर्यवंशी एक कार वर्कशॉप में मैनेजर हैं। बुधवार, 30 जनवरी को दोपहर 2:30 बजे, वे भोजन करने घर जा रहे थे। जैसे ही वे मॉल के सामने पेट्रोल पंप के पास पहुंचे, बाइक सवार दो युवकों ने उन्हें रोक लिया। युवकों ने खुद को पुलिसकर्मी बताया और कहा कि आगे मर्डर हुआ है, इसलिए वे अपने सोने के जेवर उतारकर जेब में रख लें।
मैनेजर को विश्वास में लेने के लिए युवकों ने कहा कि उनके जेवर को आगे बैठे साहब को दिखाना होगा। इस पर उन्होंने अपनी सोने की अंगूठी और चेन उन्हें दे दी। युवक ने कुछ सेकंड तक जेवर हाथ में रखा, फिर एक कागज में लपेटकर वापस कर दिया और कहा कि वे घर तक उनके पीछे आएंगे।
मैनेजर कुछ दूर गए, फिर पीछे मुड़कर देखा तो दोनों युवक गायब थे। अनहोनी की आशंका पर उन्होंने तुरंत जेवर जांचे, तो पाया कि अंगूठी और चेन नकली हैं। उन्होंने सिविल लाइन थाने में घटना की शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सड़क पर ठगी के मामलों में पुलिस खाली हाथ
शहर में सड़क पर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। आरोपियों द्वारा कभी पुलिसकर्मी, तो कभी बैंक अधिकारी बनकर लोगों से ठगी की जा रही है। इससे पहले तोरवा, सिविल लाइन और कोतवाली क्षेत्र में भी इसी तरह की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस अब तक किसी भी आरोपी तक नहीं पहुंच सकी है।
इस तरह के अपराधों की जांच के लिए गठित एसीसीयू (एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट) भी अब तक कोई ठोस सफलता हासिल नहीं कर पाई है। पुलिस लगातार ऐसे मामलों में आरोपियों की तलाश कर रही है, लेकिन अपराधी हर बार नई तरकीब से लोगों को चकमा देकर फरार हो जाते हैं।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief