रामबोड़ कुसुम पावर प्लांट हादसे में चार मजदूरों की मौत हो गई है. 40 घंटे से अधिक समय तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में राखड़ के मलबे में फंसे 03 मजदूरों के शव को निकाल लिया गया है।
बिलासपुर. पावर प्लांट के सायलो टूटने और 200 टन के करीब गर्म राखड़ जे नीचे दबने से चार श्रमिकों की मोत हो गई है. हादसे में जिनकी मौत हुई उनमे अवधेश कश्यप,, पिता निखादराम कश्यप निवासी तागा जांजगीर चांपा, प्रकाश यादव पिता, परदेशी यादव निवासी अकोली बलौदाबाजार, जयंत साहू पिता, काशीनाथ साहू निवासी जबड़ापारा सरकंडा बिलासपुर हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए बिलासपुर सिम्स भेजा गया है। पीएम के बाद शव प्रिजनोंके हवाले कर दिया जाएगा.
जिला मुंगेली सरगांव में ग्राम पंचायत रामबोड़ स्थित कुसुम प्लांट में साइलो हटाने के पश्चात कलेक्टर श्री राहुल देव, एसपी श्री भोजराम पटेल की उपस्थिति में जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, की टीम द्वारा पूरी रात कठिन एवं चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया।
26 घंटे बाद प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के रामबोड़ पावर प्लांट हादसे के तकरीबन 26 घंटे बाद अब जाकर पुलिस की सक्रियता दिखाई दी है। प्लांट प्रबंधन के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है। चिमनी गिरने के कारण तकरीबन 200 टन राख मौके पर डंप था ।
कुसुम स्मेल्टर्स पॉवर प्लांट में गुरुवार को को दोपहर करीब 01 बजकर 09 मिनट में प्लांट में रखे भारी सैलो ( भंडारण टैंक) के गिरने के कारण मौके पर काम कर रहे मजदूर अब भी दबे हुए हैं। घटना की सूचना के बाद पुलिस टीम, रेस्क्यू टीम, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी राहत व बचाव कार्य में लगे हुए हैं। मौके से मनोज कुमार धृतलहरे को रेस्क्यू किया गया जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है। मनोज कुमार घृतलहरेअमेरी अकबरी (दगोरी) जिला बिलासपुर का रहने वाला था।
इनके खिलाफ दर्ज किया एफआईआर
मृतक मनोज धृतलहरे के परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने .कुसुम प्लांट का ऑपरेशन मैनेजर अनिल प्रसाद, इंचार्ज अमित केडिया, .प्रबंधक एवं अन्य प्रबंधक एवं अन्य के विरुद्ध अपराध क्रमांक 02/25 धारा 106(1),289,3(5) बीएनएस के तहत एफआईआर दर्ज किया है।
प्लांट प्रबंधन ने मृतक के परिजनों को दिया एक लाख रुपये
मुआवजा की मांग पर अड़े मनोज के परिजनों को प्लांट प्रबंधन ने परिजनों को एक लाख रुपये का मुआवजा दिया है। मुआवजा के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार के लिए शव को लेकर रवाना हुए।
Author: Ravi Shukla
Editor in chief