उत्साहवर्धन के लिए प्रत्येक माह में अच्छे कार्य करने वाले 3 आरक्षक/चालक को “डायल 112 काप ऑॅफ द मंथ” से संमानित करने की कि गई घोषणा
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक आईपीएस रजनेश सिंह के नेतृत्व में रक्षित केंद्र स्थित बिलासागुड़ी में डायल-112 के संचालन की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में डायल-112 के स्टाफ, डीपीसीआर टीम, जिला एबीपी, और टीपीएल प्रबंधक शामिल हुए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) एवं नोडल अधिकारी डायल-112, श्रीमती अर्चना झा भी इस बैठक में उपस्थित रहीं।बैठक में पुलिस अधीक्षक ने डायल-112 की आपातकालीन सेवा को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डायल-112 का मुख्य उद्देश्य जनता को त्वरित सहायता प्रदान करना है। उन्होंने सभी ईआरवी स्टाफ को घटनास्थल पर निर्धारित समय में पहुंचने और संवेदनशीलता के साथ कार्य करने की बात कही।
सम्मान और पुरस्कार:
इस अवसर पर, 35 आरक्षक/चालकों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। पुलिस अधीक्षक ने “डायल-112 कॉप ऑफ द मंथ” की घोषणा करते हुए कहा कि हर माह अच्छे कार्य करने वाले तीन कर्मचारियों को इस सम्मान से नवाजा जाएगा।
प्रमुख घटनाओं में त्वरित कार्रवाई:
1. लूट के 3 प्रकरण: आरोपियों को भागते समय पकड़कर थाना सुपुर्द किया गया।
2. गुमशुदा बच्चों/बुजुर्गों की सहायता: 7 मामलों में सकुशल घर पहुंचाया गया।
3. प्रसव पीड़ा: 9 महिलाओं को सुरक्षित प्रसव उपरांत अस्पताल पहुंचाया गया।
4. रेल दुर्घटना: ट्रेन से गिरकर घायल 2 व्यक्तियों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।
5. सड़क दुर्घटनाएं: तेज रफ्तार कार पलटने और बस-हाईवा टक्कर के मामलों में घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता मिली।
6. सांप/मगरमच्छ रेस्क्यू: ग्रामीण इलाकों से सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।
7. चोरी के मामले: 3 प्रकरणों में आरोपी पकड़े गए और चोरी का सामान बरामद हुआ।
8. आत्महत्या प्रयास: कीटनाशक सेवन के 2 मामलों में पीड़ितों को बचाया गया।
पुलिस अधीक्षक आईपीएस रजनेश सिंह का संदेश:
श्री सिंह ने कहा कि डायल-112 स्टाफ हर चुनौती का सामना करते हुए जनता की सेवा में तत्पर रहते हैं। उनकी सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई से कई लोगों की जान बचाई गई है।
डायल-112 की विशेष भूमिका:
यह सेवा 24/7 जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करती है। बैठक में कहा गया कि भविष्य में डायल-112 की कार्यप्रणाली को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा।
Author: Ravi Shukla
Editor in chief