प्रयागराज. लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने ऑपरेशन क्लीन शुरू किया है. इसके तहत कौशांबी सीट के पार्टी प्रत्याशी समेत कई पदाधिकारियों को बीएसपी से बाहर निकाला गया है. पार्टी सूत्रों ने बताया कि यह कार्रवाई आगे भी जारी रह सकती है. फिलहाल कई नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में बीएसपी से बाहर निकाला गया है. कौशांबी सीट से पार्टी के उम्मीदवार शुभ नारायण गौतम को नतीजे आने के 5 दिन बाद बीएसपी से निष्कासित किया गया है.
शुभ नारायण गौतम रिटायर्ड डिप्टी एसपी हैं. उन्हें चुनाव में सिर्फ 55 हजार वोट ही मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई. आरोप है कि नामांकन के बाद शुभ नारायण गौतम ने प्रचार नहीं किया और इसी वजह से सुरक्षित सीट पर भी उनकी जमानत जब्त हो गई. इसके साथ ही प्रयागराज और मिर्जापुर मंडल के प्रभारी अशोक गौतम को भी पार्टी से निकाल दिया गया है. आरोप है कि अशोक गौतम ने ही शुभ नारायण गौतम को कौशांबी से टिकट दिलाया था. इधर, बीएसपी ने इलाहाबाद के जिला अध्यक्ष को भी बदल दिया है. जिलाध्यक्ष आर बी त्यागी को हटाकर पंकज गौतम को जिम्मेदारी दी गई है.
2027 विधानसभा चुनाव के लिए जुटी बसपा, यूपी में बनाए 4 सेक्टर्स
पार्टी के अनुसार आगामी विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर अभी से तैयारियों में जुट गई है. बसपा ने पूरे प्रदेश का चार सेक्टरों में बांट दिया है. लोकसभा चुनाव में हार के बाद अब बहुजन समाज पार्टी आगे कोई गलती नहीं करना चाहती. बसपा की नजर 2027 में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव पर हैं. इसे देखते हुए पार्टी ने संगठन में बड़े बदलाव किए हैं. ऐसे नेता और पदाधिकारी जिनकी शिकायतें थी उनको बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है.
FIRST PUBLISHED : June 10, 2024, 18:00 IST

Author: Ravi Shukla
Editor in chief