144 होल्ड राशि मामलों पर एसपी ने जताई नाराज़गी साइबर अपराध में बैंक प्रबंधन निभाए सक्रिय भूमिका
म्यूल अकाउंट और चॉइस सेंटरों की जांच होगी सख्त
बलौदाबाजार।छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में साइबर अपराध की रोकथाम और बैंकिंग प्रणाली में समन्वय को लेकर पुलिस ने जिले के सभी बैंक शाखा प्रबंधकों की बैठक आयोजित की गई ।यह बैठक पुलिस कार्यालय स्थित सभाकक्ष में प्रातः 10:30 बजे से प्रारंभ हुई, जिसमें विभिन्न राष्ट्रीयकृत, ग्रामीण एवं सहकारी बैंकों के लगभग 50 अधिकारी शामिल हुए।
पुलिस अधीक्षक आईपीएस भावना गुप्ता ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि साइबर अपराधों की जांच और अपराधियों की गिरफ्तारी में बैंक प्रबंधन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा मांगी गई सूचनाएं यदि समय पर प्राप्त नहीं होतीं तो अपराधियों के फरार होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
उन्होंने बैंक अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी व्यक्ति का खाता खोलने से पूर्व उसके दस्तावेजों की समुचित जांच एवं पूछताछ करने के बाद ही खाता खोला जाए।

एसपी श्रीमती गुप्ता ने होल्ड राशि के मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जिले में वर्तमान में ऐसे 144 प्रकरण लंबित हैं जिनमें न्यायालय के आदेश के बावजूद कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने इसे न्यायालय के आदेश की अवहेलना बताते हुए प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही करने का निर्देश दिया ।
बैठक में बैंक सुरक्षा को लेकर भी चर्चा की गई।एसपी ने निर्देश दिए कि सभी जरूरी स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं जिनमें वीडियो ऑडियो और नाइट विजन की सुविधा हो। साथ ही बैंक परिसर की सुरक्षा हेतु सुरक्षा गार्ड की नियमित तैनाती और सतत निगरानी सुनिश्चित की जाए।

बैठक में चॉइस सेंटर संचालकों की भूमिका पर भी चर्चा की गई। एसपी ने कहा कि कई बार म्यूल अकाउंट खोलने में चॉइस सेंटर की भूमिका सामने आई है इसलिए उनकी भी जांच जरूरी है ।
एसपी ने बैंक परिसर में आने वाले ग्राहकों की सुविधा हेतु यातायात एवं पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।

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