दंतेवाड़ा/बीजापुर, 25 मार्च 2025:दंतेवाड़ा और बीजापुर के सीमावर्ती क्षेत्र में पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। थाना गीदम के ग्राम गिरसापारा, इकेली, नेलगोड़ा और बोड़गा के जंगल-पहाड़ी क्षेत्र में सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन नक्सली मारे गए। नक्सल विरोधी अभियान के तहत दंतेवाड़ा डीआरजी और बस्तर फाइटर्स की टीम 24 मार्च को सर्च ऑपरेशन के लिए निकली थी। 25 मार्च की सुबह लगभग 8 बजे पुलिस पार्टी का सामना भारी संख्या में मौजूद माओवादियों से हुआ। दोनों ओर से लगातार फायरिंग दोपहर तक चलती रही। इसके बाद इलाके की तलाशी लेने पर तीन पुरुष नक्सलियों के शव बरामद किए गए।

मारे गए नक्सलियों की पहचान हुई
1. सुधीर उर्फ सुधाकर उर्फ सोनसाय उर्फ मुरली (अंकेसरापु सरैया) – यह कुख्यात नक्सली वारंगल (तेलंगाना) का निवासी था और 1999 से दंडकारण्य क्षेत्र में सक्रिय था। 2003 में यह माड़ क्षेत्र और गढ़चिरौली में भी सक्रिय रहा। 2014-15 से एसजेडसी (SZC) का सदस्य था और मोपोस इंचार्ज के रूप में काम कर रहा था।

2. मन्नू बारसा – एसजेडसीएम सुरक्षा दलम सदस्य, निवासी बोड़गा, थाना भैरमगढ़, जिला बीजापुर। इस पर 2 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
3. पंडरू अतरा – एसजेडसीएम सुरक्षा दलम सदस्य, निवासी बोड़गा, थाना भैरमगढ़, जिला बीजापुर। इस पर भी 2 लाख रुपये का इनाम था।
नक्सलियों से बरामद हथियार और सामग्री:

• 1 इंसास राइफल (मैगजीन – 2, जिंदा राउंड – 16)
• 1 .303 राइफल (मैगजीन – 1, राउंड – 5)
• 1 12-बोर राइफल (जिंदा राउंड – 3, मिसफायर राउंड – 1)
• देसी HE बम – 5 नग, बारूद गोला – 3 नग, पटाखे – 20 नग
• 30 मीटर वायर, बैटरियां, थर्मस, नक्सली वर्दी, पिट्ठू बैग, नक्सल साहित्य व अन्य दैनिक उपयोगी सामान

यह अभियान सुरक्षा बलों के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है। आईजी बस्तर रेंज आईपीएस सुंदरराज पी के मुताबिक अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है।

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