जशपुर। जशपुर पुलिस ने गौ तस्करी के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन शंखनाद के तहत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर छह गौ वंशों को मुक्त कराया है। यह कार्रवाई मनोरा चौकी पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से की। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2005 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत मामला दर्ज किया है।
मनोरा पुलिस को 17 फरवरी की सुबह सूचना मिली कि कुछ लोग सिलफिरि डेम, ग्राम काटाबेल के रास्ते से छह गौ वंशों को बेरहमी से मारते-पीटते हुए झारखंड ले जा रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम ने तत्काल कार्रवाई की।

सिलफिरि डेम के पास घेराबंदी कर पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया और गौ वंशों को मुक्त कराया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दिनेश टोप्पो (50) और लालदेव उराव (55) के रूप में हुई है, जो दोनों ग्राम धासमा पेरवाटोली, थाना आस्ता, जिला जशपुर के निवासी हैं। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने गौ वंशों को धासमा के एक व्यक्ति से खरीदा था और झारखंड ले जा रहे थे। पुलिस अब उस व्यक्ति की भूमिका की भी जांच कर रही है।
750 से अधिक गौ वंशों को कराया जा चुका है मुक्त

एसएसपी जशपुर शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में चल रहे ऑपरेशन शंखनाद के तहत पुलिस अब तक 750 से अधिक गौ वंशों को तस्करों के कब्जे से मुक्त करा चुकी है। ग्रामीणों की जागरूकता बढ़ने से अब वे लगातार पुलिस को सूचना दे रहे हैं, जिससे तस्करी पर अंकुश लगाने में मदद मिल रही है। इससे गौ तस्कर नए-नए रास्ते तलाश कर रहे हैं।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief