बिलासपुर। कोनी थाना क्षेत्र के लोखंडी गांव में जहरीली महुआ शराब पीने से सात लोगों की मौत हो गई। शुक्रवार रात चार लोगों की जान जाने के बाद गांव में हड़कंप मच गया। इसके बाद पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी गई।
जानकारी के अनुसार, सबसे पहले बुधवार को एक व्यक्ति की मौत हुई थी। इसके बाद अलग-अलग दिनों में अन्य लोगों की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होती गई। शुरुआत में मौतों को सामान्य माना गया, लेकिन जब शुक्रवार रात चार लोगों की एक साथ मौत हो गई, तब ग्रामीणों को शक हुआ कि यह जहरीली शराब के कारण हो सकता है। गांव में लगातार हो रही मौतों की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

अब तक चार शवों का पोस्टमार्टम कराया जा चुका है, जबकि बाकी मृतकों की जांच प्रक्रिया जारी है। पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारणों की पुष्टि होगी। इसके साथ ही, पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह शराब कहां से आई और इसे किसने बेचा।
इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। मृतकों के परिजन सदमे में हैं और ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। उन्होंने प्रशासन से अवैध शराब की बिक्री पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते प्रशासन ने कदम उठाया होता तो ये मौतें रोकी जा सकती थीं।
मृतकों की सूची
- देव कुमार उर्फ दल्लू पटेल (40 वर्ष)
- कन्हैया पटेल (60 वर्ष)
- बलदेव पटेल (58 वर्ष)
- शत्रुघ्न देवांगन (45 वर्ष)
- कोमल देवांगन (40 वर्ष)
- कोमल लहरे (58 वर्ष)
- रामु सुनहरे (39 वर्ष)
प्रशासन हुआ सतर्क
इस घटना के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया है। एसपी का कहना है अवैध शराब बेचने वाले कोचियो के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है ।इस मामले की जांच की जा रही है दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और अवैध शराब के कारोबार पर कार्रवाई और तेज की जाएगी। ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief