बिलासपुर। भिलाई विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी और उन्हें जेल भेजे जाने का मामला अब तुल पकड़ता जा रहा है । यादव समाज तो आंदोलित है ही अब कांग्रेस ने भी प्रदेश और जिला मुख्यालयों में आंदोलन /धरना की घोषणा की है । इसी मसले को लेकर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव और पूर्व विधायक रश्मि सिंह ने श्री यादव की गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि बलौदा बाजार की घटना में कई भाजपा नेता भी रहे लेकिन भी भाजपाई को नोटिस नहीं भेजा गया । हिंसक आंदोलन के दौरान नागपुर से बड़ी संख्या में लोग आए थे क्या पुलिस ने उन नागपुरियन्न लोगो की शिनाख्त की?
उन्होंने कहा विधायक देवेंद्र यादव सिर्फ विधायक ही नहीं बल्कि एन एस यू आई के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यादव समाज के नेता है ।एक जनप्रतिनिधि को कोई समाज अपनी समस्या बताकर अपने आंदोलन में बुलाता है तो हर जनप्रतिनिधि वहां जाता है । श्री यादव भी सतनामी समाज के बुलावे पर गए थे मगर न तो उन्होंने कोई भाषण दिया और न ही आंदोलन के दौरान वहां थे । भाजपा की सरकार ने राजनैतिक विद्वेषवश उन्हें गिरफ्तार की है । कांग्रेस इसका घोर विरोध करती है साथ ही यह भी कह देना चाहती है कि भाजपा के पास जितने भी हथियार , ED,CBI,CID, जो भी हो सबका उपयोग कर ले ।कांग्रेस सबका जवाब देना जानती है ।
उन्होंने कहा बलौदाबाजार के मामले में साय सरकार अपनी नाकामी और पूरे देश में हुई बदनामी को छुपाने विपक्ष के नेताओं को परेशान कर रही है।• कांग्रेस के विधायक देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी भाजपा की बौखलाहट को दर्शाता है। यह विपक्ष को बदनाम करने की साजिश है। विधायक देवेन्द्र यादव बलौदाबाजार में न भाषण दिये और न ही कलेक्टर ऑफिस प्रदर्शन में शामिल हुये। वे भीड़ में पांच मिनिट रुक कर वापस आ गये थे। कही भी किसी हिंसक घटना में उनके संलिप्तता का कोई भी साक्ष्य नहीं और न ही वे किसी भी प्रकार की घटना में शामिल थे। पुलिस ने उनको गलत तरीके से गिरफ्तार किया है।
उन्होंने कहा सरकार, पुलिस बताये किन भाजपा नेताओं को नोटिस दिया, पूछताछ की गयी। न्याय संगत कार्यवाही होनी चाहिये। भाजपा सरकार का चरित्र और व्यवहार 8 माह में ही अलोकतांत्रिक हो गया है। पत्रकारों को गलत तरीके से फंसाने उनकी गाड़ी में गांजा रखा जाता है। विपक्ष के विधायक को झूठे मुकदमे में फंसा कर गिरफ्तार किया गया।बलौदाबाजार के मामले में सतनामी समाज और कांग्रेस के लोगों को चिन्हांकित करके उनको जेलों में डाला गया।कांग्रेस भाजपा सरकार के इस आताताई चरित्र से डरने वाली नहीं। इस प्रकार के कृत्यों से हमारा कार्यकर्ता और मजबूती से सरकार के खिलाफ जनता की आवाज उठायेगा।
कांग्रेस नेताद्व्य ने कहा बलौदाबाजार में हुई आगजनी की भयावह घटना शासन प्रशासन की बड़ी लापरवाही व सरकार की इंटेलीजेंट के फैल हो जाने के कारण हुई। समय रहते सरकार व प्रशासन सचेत हो जाता व समाज के द्वारा सीबीआई जांच की मांग को पूर्व में ही मान लेता तो प्रदेश को शर्मसार करने वाली घटना से बचा जा सकता था। पूरी घटना के लिये प्रदेश की भाजपा सरकार दोषी है। लचर कानून व्यवस्था और प्रशासन की निरंकुशता व लापरवाही से बलौदाबाजार में सतनामी समाज के आंदोलन में असामाजिक तत्वों की घुसपैठ हुई और इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया गया, जिसके लिए प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह दोषी है। साय सरकार की अकर्मण्यता के चलते ही बलौदाबाजार में कानून व्यवस्था बिगड़ी है। यदि समय रहते जैतखाम को क्षति पहुंचाने वालों पर कार्यवाही की गई होती और आहत समाज से संवाद किया गया होता तो ऐसी अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं होती। धार्मिक भावनाएं आहत होने पर आदोलित समाज को विश्वास में लिया गया होता तो ऐसे विध्वंसक प्रतिक्रिया नहीं होती। इस पूरे आंदोलन में भाजपा के जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े सहित अन्य भाजपा नेताओं की भूमिका की जांच हो।
उन्होंने कहा धरना प्रदर्शन को कलेक्टर से परमीशन दिलाने वाला कौन था? रैली में आने वाले हजारों लोगों के लिये भोजन, मंच, पंडाल, माईक के लिए रूपयों की व्यवस्था किसने किया?• इतनी बड़ी घटना के बाद भड़काऊ भाषण देने वाले की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? नागपुर से 250 से अधिक लोग आये थे वो कौन थे?सरकार ने उन पर नजर क्यों नहीं रखा था? रैली की शुरूआत से ही उपद्रव शुरु हो गया था उसके बावजूद लोगों को कलेक्ट्रेट क्यों जाने दिया गया? भीड़ को रोकने की कोशिश क्यों नहीं हुई? आम जनता के वाहन जलाये जा रहे थे, लोगों को दौड़ा कर पीटा जा रहा था तब पुलिस कहां थी? एसपी किसके इशारे पर शांत बैठे हुये थे? घटना को रोकने के बजाय पलायन क्यों कर गये?