बिलासपुर। सीयू के छात्र अर्सलान अंसारी की संदिग्ध मौत का मामला लगातार गरमाता जा रहा है। रविवार को अर्सलान की मां यास्मीन अंसारी पहली बार बिलासपुर पहुंचीं। वे अपने पति अय्यूब अंसारी और रिश्तेदारों के साथ सीधे विश्वविद्यालय पहुंचीं। यहां उन्होंने पुलिस की मौजूदगी में वह हॉस्टल कमरा देखा, जहां अर्सलान रहता था। इसके बाद पूरा परिवार विश्वविद्यालय परिसर के उस तालाब तक पहुंचा, जहां 24 अक्टूबर को उसकी लाश मिली थी। घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद यास्मीन ने अपने बेटे की मौत पर गंभीर संदेह जताते हुए साफ कहा कि “मेरे बेटे की हत्या हुई है, उसे डूबकर मौत नहीं आ सकती।” उन्होंने जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की।

बिहार के सारण जिले के नगरा थाना क्षेत्र के कादिरपुर का रहने वाला अर्सलान अंसारी (21) सीयू के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता था। 21 अक्टूबर को उसके लापता हो गया था और तीन दिन बाद उसका शव विश्वविद्यालय परिसर स्थित तालाब में मिला। शव मिलने की जानकारी पर उसके पिता अय्यूब अंसारी बिलासपुर पहुंचे और बेटे की मौत पर संदेह जताते हुए हत्या का आरोप लगाया। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रबंधन की लापरवाही को भी इस घटना के लिए जिम्मेदार बताया था। इधर कोनी पुलिस ने शव का पीएम कराते हुए बिसरा, हिस्टोपैथोलॉजी, डायटम और एफएसएल रिकंस्ट्रक्शन रिपोर्ट सहित सभी वैज्ञानिक दस्तावेज जुटाए। रिपोर्टों के आधार पर पुलिस ने विश्वविद्यालय के कुछ अधिकारियों के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया है। हालांकि घटना दर्ज होने के 20 दिन बाद भी किसी भी अधिकारी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि डायटम रिपोर्ट के आधार पर हत्या की धाराएं भी जोड़ी जा सकती हैं और जांच जारी है।
रविवार को अर्सलान के स्वजन विश्वविद्यालय के बाद थाने भी पहुंचे और अधिकारियों से बातचीत की। वहीं उन्होंने अपने पुत्र का सामान भी लिया। स्वजन ने पुलिस से पीएम रिपोर्ट सहित अन्य दस्तावेज मांगे थे। पुलिस ने पीएम रिपोर्ट उपलब्ध कराई, जबकि बाकी दस्तावेजों के लिए उन्हें एसपी कार्यालय में आवेदन करने कहा गया है। परिजन अब सोमवार को एसएसपी रजनेश सिंह से मुलाकात कर पूरे प्रकरण में निष्पक्ष जांच और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करेंगे।
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