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December 8, 2025 2:29 am

बिलासपुर पुलिस की बड़ी साइबर कार्रवाई :73 लाख की ऑनलाइन ठगी का खुलासा,बिहार से दो अंतर्राज्यीय आरोपी गिरफ्तार, एसएसपी बोले-साइबर ठगों पर अब लगातार कसा जाएगा शिकंजा

साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी,किसी भी स्थिति में आम नागरिकों की मेहनत की कमाई लूटने वालों को बख्शा नहीं जाएगा-एसएसपी

छत्तीसगढ़ ।बिलासपुर रेंज साइबर थाना ने ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए अंतर्राज्यीय गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

यह कार्रवाई पुलिस महानिरीक्षक रेंज डॉ. संजीव शुक्ला के निर्देश पर तथा पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के मार्गदर्शन में चलाई जा रही साइबर अपराध विरोधी विशेष मुहिम के तहत की गई।

एसएसपी रजनेश सिंह ने बताया कि साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए टीमों को लगातार तकनीकी संसाधनों से सशक्त किया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के प्रमुख सदस्यों तक पुलिस पहुंचने में सफल रही।

पीएम समृद्धि योजना के नाम पर मेडिकल व्यवसायी से 73 लाख की ठगी

थाना सकरी क्षेत्र के एक मेडिकल व्यवसायी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि फरवरी 2024 से सितंबर 2025 के बीच अलग-अलग मोबाइल नंबरों से कॉल कर खुद को “श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस लिमिटेड, मुंबई” का अधिकारी बताते हुए 50 लाख रुपये का लोन कम ब्याज पर दिलाने तथा 30% तक छूट देने का झांसा दिया गया था।

कथित ग्रिजेश त्रिवेदी सहित कई नामों का इस्तेमाल करते हुए आरोपियों ने कुल 73,23,291 रुपये विभिन्न बैंक खातों में जमा करवाए। रकम की अदायगी के बाद भी लोन स्वीकृत न होने पर पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ।

फर्जी सिम और फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल

जांच में पता चला कि गिरोह सुनियोजित तरीके से फर्जी सिम कार्ड और फर्जी बैंक खातों का उपयोग कर रकम को कई खातों में ट्रांसफर करता था, ताकि पुलिस की पकड़ से दूर रह सके।

इस मामले में अपराध क्रमांक 718/2025, धारा 318(4), 111(4) BNS तथा आईटी एक्ट की धारा 66(D) के तहत प्रकरण दर्ज कर विस्तृत जांच शुरू की गई।

बिहार में छापेमारी, दो आरोपी गिरफ्तार

तकनीकी विश्लेषण, बैंक खातों की जांच तथा साइबर क्राइम पोर्टल की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस को सुराग मिला कि गिरोह के सदस्य बिहार के वैशाली जिले के कनौली गाँव के रहने वाले हैं।

आईजी व एसएसपी के निर्देश पर इंस्पेक्टर रजनीश सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम को बिहार भेजा गया। दो दिनों की लगातार खोजबीन के बाद पुलिस ने विकास कुमार उर्फ विक्रम सिंह अमन कुमार सिंह उर्फ पीयूष को गिरफ्तार कर लिया।

एसएसपी रजनेश सिंह ने बताया कि दोनों आरोपी लंबे समय से दिल्ली में किराए के मकान में रहकर देशभर में लोगों को सरकारी योजनाओं के नाम पर लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी करते थे। पूछताछ में आरोपियों ने ठगी की रकम निकालने के लिए अपने और दूसरों के फर्जी बैंक खातों के उपयोग की बात स्वीकार की है।

अन्य साथियों की तलाश जारी

साइबर थाना टीम अब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान, ठगी की कुल रकम तथा नेटवर्क की पूरी जानकारी जुटा रही है।

रवि शुक्ला
रवि शुक्ला

प्रधान संपादक

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