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November 20, 2025 1:31 am

समितियों में धान खरीदी की करें व्यवस्था, अन्नदाता किसानों को ना हो परेशानी

व्यवस्था नहीं सुधरी तो समितियों में धरना-प्रदर्शन का कांग्रेस ने दिया अल्टीमेटम

बिलासपुर। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को लेकर जिले के अधिकांश उपार्जन केंद्र अव्यवस्थाओं से जूझ रहे हैं। हालात यह हैं कि कई समितियों में ताले लटके हुए हैं और किसान अपनी उपज लेकर भटकने को मजबूर हैं। ऑनलाइन पंजीयन न होने तथा कर्मचारियों की हड़ताल के चलते बड़े पैमाने पर खरीदी प्रभावित हो रही है।

इन्हीं समस्याओं को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विजय केशरवानी के नेतृत्व में कांग्रेसजन कलेक्टर से मिले और तत्काल व्यवस्था सुधारने की मांग रखी। प्रतिनिधि मंडल ने चेतावनी दी कि यदि स्थिति समय रहते नहीं सुधरी तो कांग्रेस किसानों के साथ उपार्जन केंद्रों में धरना-प्रदर्शन और व्यापक आंदोलन करेगी।

अव्यवस्थाओं से जूझ रहे किसान

जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विजय केशरवानी ने आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों का धान खरीदने की इच्छुक ही नहीं है। कहा कि खरीदी शुरू होने से पहले ही समिति प्रबंधक, कंप्यूटर ऑपरेटर और अन्य कर्मचारी हड़ताल पर चले गए, लेकिन सरकार ने हड़ताल समाप्त कराने की कोई पहल नहीं की।उन्होंने कहा कि अधिकांश खरीदी केंद्रों के ताले अब तक नहीं खुले हैं। किसान ट्रैक्टर-वाहनों में धान भरकर लाते हैं, लेकिन खरीदार न मिलने से वापस लौट जाते हैं। इससे किसानों पर परिवहन का अतिरिक्त भार पड़ रहा है और धान की सुरक्षा भी चुनौती बन गई है।

ऑनलाइन पंजीयन न होने से परेशानी

मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के केंवटाडीह सहित जिले के कई गांवों में किसानों का ऑनलाइन पंजीयन नहीं हो पाया है। ऐसे किसान समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए चक्कर काट रहे हैं। कांग्रेस ने मांग की कि सरकार इन किसानों के हित में तत्काल विशेष व्यवस्था करे।

खरीदी केंद्रों में सुविधाओं का टोटा

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में खरीदी केंद्रों पर किसानों के लिए बैठने, छांव और पेयजल की व्यवस्था रहती थी। परंतु इस बार बुनियादी सुविधाओं का अभाव साफ दिखाई दे रहा है। अन्नदाता किसानों की ऐसी उपेक्षा कांग्रेस स्वीकार नहीं करेगी।

टोकन के लिए भटक रहे किसान

विजय ने आरोप लगाया कि केंद्रों में टोकन जारी न होने से किसान समितियों के चक्कर काटने को विवश हैं। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सरकार के दावे जमीन पर दिखाई नहीं दे रहे हैं।

बिना प्रशिक्षण कर्मचारियों पर खरीदी का भार

उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि हड़ताल पर गए कर्मचारियों की जगह कृषि एवं अन्य विभागों के जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, उन्हें खरीदी संबंधी प्रशिक्षण नहीं दिया गया है। ऐसे में किसानों को नुकसान की आशंका और बढ़ गई है। जिले के लगभग 140 उपार्जन केंद्रों में कमोबेश यही हाल है।

विजय केशरवानी ने स्पष्ट कहा कि समय रहते व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई तो कांग्रेस किसानों के साथ सड़कों पर उतरेगी और खरीदी केंद्रों में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

प्रतिनिधि मंडल में विजय केशरवानी ऋषि पांडेय जगदीश कौशिक विनोद साहू पार्षद सुनील सोनकर मोहन सिरवास अंकित प्रजापति सावित्री सोनी रामप्रसाद ध्रुव रामप्रसाद साहू सखन दरवे रूप नारायण बक्श सुजीत यादव फरीद खान शेर सिंह, सुरेंद्र तिवारी बालचंद साहू हितेश देवांगन भगरीथी यादव, मनीष गढेवाल, महेत्तराम सिंगरौल शेषमणि बंजारे प्रोतिमा दास किशोर अहिवारा, मनीष सेंगर नीरज सोनी छोटकू साहू नवल किशोर सोनी ओमप्रकाश वर्मा रंजना नायक उषा मानिकपुरी अशोक तिवारी ललित धुरी गिरीश केंवट सहित अन्य कांग्रेसजन मौजूद रहे।

रवि शुक्ला
रवि शुक्ला

प्रधान संपादक

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