जशपुर। थाना बगीचा क्षेत्र के ग्राम जुरूडांड में 2 सितम्बर की रात गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर उठे सवालों पर जशपुर एसएसपी शशि मोहन ने स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जो भी कार्रवाई की है वह पूरी तरह कानून और विधिक प्रक्रिया का पालन करते हुए की गई है।
एसएसपी ने बताया कि घटना वाले दिन पुलिस ने केवल 6 पुरुषों को प्रतिबंधात्मक धाराओं में गिरफ्तार किया था, जिन्हें बाद में जमानत मुचलका पर छोड़ दिया गया। इस कार्रवाई में किसी भी महिला की गिरफ्तारी नहीं की गई है। कुछ महिला पदाधिकारी स्वयं पुलिस के मना करने के बावजूद बस में बैठकर थाने तक आई थीं। इस दौरान बस में महिला उपनिरीक्षक भी मौजूद थीं। थाने पहुंचने के बाद महिलाओं को समझाया गया कि
रात्रि में महिलाओं को थाने में नहीं बुलाया जाता लेकिन उन्होंने जनप्रतिनिधि होने का हवाला देते हुए वहां रहने की बात कही। इस घटना का उल्लेख थाने के रोजनामचा में दर्ज किया गया है।
घटना के दो दिन बाद ग्रामीणों द्वारा लिखित आवेदन प्रस्तुत किया गया जिसमें चक्काजाम से हुई परेशानी का उल्लेख था। इसी आधार पर पुलिस ने अप.क्र. 191/25 धारा 126(2), 189(2), 190, 191(2) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज किया।
एसएसपी शशि मोहन ने साफ शब्दों में कहा
पुलिस की ओर से किसी भी प्रकार की अवैधानिक कार्रवाई नहीं की गई है। एफआईआर भी पुलिस ने अपने स्तर पर नहीं बल्कि ग्रामीणों की लिखित शिकायत पर ही दर्ज की है।

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