सर्पदंश पीड़ितों के लिए स्वास्थ्य केन्द्रो में इंजेक्शन तथा उपचार की व्यवस्था उपलब्ध,कलेक्टर ने की मार्मिक अपील
मनेंद्रगढ़( प्रशांत तिवारी) वर्षाकाल आते ही सर्पदंश की घटनाएं बढ जाती है। जन सामान्य को चाहिए कि वे वर्षा ऋतु में विशेष सतर्कता बरतें। झाड़ियों, पुआल के ढेर, लकड़ी के गट्ठर आदि स्थानों में काम करने से पहले वहां डंडे या लाठी से हल्का प्रहार करें। अंधेरे में टॉर्च का उपयोग करें और बच्चों को बिना देखरेख खुले स्थानों पर न भेजें। घर के आसपास साफ-सफाई रखें, झाड़ियाँ काटें और कूड़ा-कचरा हटाएं। घरों की दीवारों में मौजूद दरारें बंद करें और खुले में सोने से परहेज़ करें। यदि किसी को सर्प ने डस लिया हो तो घबराएं नहीं, शरीर को शांत रखें और तुरंत नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल पहुँचें। घाव को चाकू से काटना, चूसना या उस पर कोई रसायन लगाना अत्यंत हानिकारक है। झाड़-फूंक, टोना-टोटका या तांत्रिक क्रियाओं में समय न गंवाएं। यह समय जीवन रक्षक हो सकता है, इसलिए हर क्षण अमूल्य है।मुख्य चिकित्सा एबं स्वाथ्य अधिकारी डॉक्टर अविनाश खरे ने जिला अस्पताल एवं सामुदायिक स्वाथ्य केंद्र में सर्प दंश के उपचार के लिए सिविल सर्जन और खंड चिकित्सा अधिकारी को समस्त आवश्यक उपकरण एवं दवाईयों की उपलब्धता के लिए आदेशित किया है।सर्पदंश ग्रसित व्यक्ति को यथाशीघ्र नजदीकी अस्पताल ले जाएं। यदि संभव हो तो सांप का रंग, लंबाई या कोई चित्र याद रखें लेकिन उसे मारने या पकड़ने का प्रयास न करें, क्योंकि इससे और खतरा हो सकता है। कई बार सांप उतना विषैला भी नहीं होता, पर उपचार में देर जानलेवा साबित हो सकती है। सभी नागरिकों से अपील है कि वे सर्पदंश से संबंधित इस आपदा को गंभीरता से लें। शासन एवं जिला प्रशासन द्वारा किए गए प्रबंध तभी प्रभावी होंगे जब नागरिक स्वयं भी सावधानी बरतेंगे, समय पर उपचार लेंगे और जागरूकता फैलाने में सहयोग करेंगे। संयुक्त प्रयासों से ही सर्पदंश से होने वाली जनहानि को नियंत्रित किया जा सकता है।जिला नोडल अधिकारी डॉ अतीक सोनी ने बतलाया की लोगो मे सर्प दंश को लेकर काफ़ी भ्रामकता फैली हुई है। बहुत बार देखा जाता है कि लोग सर्प दंश के जगह गोबर लगा देते हैं। झाड़ फूंक करवाते हैं या कपडे या रस्सी से बांध देते हैं जो कि गलत है।
सर्प दंश होने पर घबराए नहीं तुरंत अस्पताल लाये जिससे शीघ्र ही उपचार सुरु किया जा सके।
कलेक्टर डी राहुल वेंकट ने उक्ताशय की अपील करते हुए कहा है कि मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले के प्राथमिक, सामुदायिक तथा जिला चिकित्सालय में सर्पदंश से पीड़ितो के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं तथा इंजेक्शन उपलब्ध है ,जिले मे वर्तमान में सर्पदंश इंजेक्शन की लगभग 4523 की संख्या में मौजूद है।

प्रधान संपादक