दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने किया खुलासा भिलाई में बैठकर अमेरिका में ठगी ,13 लाख का सामान जब्त ,विदेशी नागरिक थे निशाने पर
छत्तीसगढ़ ।छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय सायबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो कथित रूप से अमेरिका और कनाडा के नागरिकों को तकनीकी सहायता के नाम पर ऑनलाइन ठगी का शिकार बना रहे थे। गिरोह भिलाई स्थित फर्जी कॉल सेंटर से यह गतिविधि संचालित कर रहा था।
एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि इस सायबर ठगी नेटवर्क का संचालन दिल्ली और फरीदाबाद के अपराधी कर रहे थे। गिरोह फर्जी ई-सिम के जरिए अंतरराष्ट्रीय नंबरों का उपयोग करता था और अमेरिका के नागरिकों को उनके कंप्यूटर में वायरस भेजकर सहायता के बहाने डॉलर ऐंठता था।
थाना सुपेला पुलिस के अनुसार, मुखबिर से सूचना मिलने के बाद चौहान टाउन क्षेत्र में दबिश दी गई, जहां से 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि मुख्य सरगना अर्जुन शर्मा को पास के होटल से हिरासत में लिया गया।
श्री अग्रवाल ने बताया गिरोह टेलीग्राम ऐप के माध्यम से ठगी करता था और प्राप्त धनराशि को यूएसडीटी और क्रिप्टो करेंसी के जरिये ई-वॉलेट में प्राप्त किया जाता था। बाद में हवाला के माध्यम से यह रकम भारतीय मुद्रा में बदलकर सरगना अर्जुन शर्मा तक पहुंचाई जाती थी।
जांच अधिकारियों के मुताबिक, अर्जुन शर्मा को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि गिरोह 80 से 200 अमेरिकी डॉलर तक की ठगी करता था। इस कार्य में शामिल ‘कस्टमर केयर’ कर्मचारियों को 25,000 से 30,000 मासिक वेतन के रूप में भुगतान किया जाता था।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 12 लैपटॉप, 14 मोबाइल फोन, इंटरनेट राउटर, दस्तावेज, एक होंडा एक्टिवा स्कूटर और ₹2.55 लाख नकद बरामद किए हैं। बरामद सामान की कुल कीमत लगभग 13 लाख आंकी गई है।
पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 319(2), 318(4), 336(3) बीएनएस, आईटी अधिनियम की धारा 66(डी) और टेलीग्राफ अधिनियम की धारा 42(2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में संतोष थापा शिलोंग, मेघालय मुकेश नाथ शिलोंग, मेघालय विवेक देव शिलोंग, मेघालय विशाल कर शिलोंग, मेघालय अनिश आर्यन भागलपुर, बिहार अर्जुन शर्मा फरीदाबाद, हरियाणा अमित कुमार सिंह नई दिल्ली पियाली देव शिलोंग, मेघालय रिया राय दुर्ग, छत्तीसगढ़ एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि इस गिरोह से जुड़े अन्य व्यक्तियों की तलाश जारी है और मामले की जांच गहराई से की जा रही है।

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