40 एकड़ भूमि में बनने वाले इस अत्याधुनिक परिसर में दोनों ही राष्ट्रीय स्तर के संस्थान स्थापित
साइंटिफिक इन्वेस्टीगेशन के साथ ही फोरेंसिक विज्ञान अपराध विज्ञान, खोजी अनुसंधान और फोरेंसिक मनोविज्ञान में शिक्षा व प्रशिक्षण की मिलेगी सुविधा
रायपुर नवा रायपुर के ग्राम बंजारी में शनिवार को एक ऐतिहासिक पहल करते हुए केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) और राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला (एनएफएसएल) के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया।

करीब 40 एकड़ भूमि में बनने वाले इस अत्याधुनिक परिसर में दोनों ही राष्ट्रीय स्तर के संस्थान स्थापित किए जाएंगे, जो देश में न्यायिक विज्ञान की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होंगे। इस परियोजना का उद्देश्य देश की फॉरेंसिक क्षमताओं को अंतरराष्ट्रीय मानकों तक ले जाना है।
एनएफएसएल देश की सबसे हाइटेक फोरेंसिक लैब है। इसकी स्थापना से छत्तीसगढ़ को साइंटिफिक इन्वेस्टीगेशन के क्षेत्र में बड़ी सुविधा मिलने जा रही है। वहीं एनएफएसयू फोरेंसिक विज्ञान के अध्ययन के लिए देश का शीर्षस्थ संस्थान है। यह फोरेंसिक विज्ञान, खोजी विज्ञान और अपराध विज्ञान में विशेषज्ञता के कोर्सेज संचालित करती है। वर्ष 2020 में इसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा दिया गया है। राज्य में इसकी स्थापना से फोरेंसिक विज्ञान, अपराध विज्ञान, खोजी अनुसंधान और फोरेंसिक मनोविज्ञान जैसे विशिष्ट क्षेत्रों में शिक्षा और प्रशिक्षण सुलभ होगा।
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय उप मुख्यमंत्री अरुण साव वरिष्ठ नेता विजय शर्मा और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह केदार कश्यप राम विचार नेताम भूमि पूजन में शामिल रहे ।इस पहल से जहाँ राज्य के लिए गौरवपूर्ण साबित होगा वहीं इसके बनने से न्याय प्रणाली को मजबूती मिलेगी, और युवाओं को नए अवसर भी प्राप्त होंगे।
इस अवसर पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल रमेश बैस, विधायकगण किरण देव, इंद्र कुमार साहू, अनुज शर्मा और गुरू खुशवंत साहेब, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन और पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम सहित गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

प्रधान संपादक
