बिलासपुर। बच्चों को नशे और मोबाइल की लत से दूर कर स्वस्थ जीवनशैली और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति जागरूक करने रतनपुर पुलिस ने खेलगांव नवागांव में समर कैंप शुरू किया है। इस कैंप में गांव के प्रशिक्षित खिलाड़ियों की मदद से बच्चों को विभिन्न खेलों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पुलिस का उद्देश्य है कि बच्चों को खेलों के माध्यम से अनुशासन, सहयोग और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाए।

एसएसपी रजनेश सिंह की पहल पर आओ संवारे कल अपना कार्यक्रम के तहत जिले के सभी थाना क्षेत्रों में समर कैंप लगाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में रतनपुर थाना क्षेत्र के नवागांव में भी यह आयोजन शुरू हुआ है, जो अब खेलगांव के नाम से पहचाना जाने लगा है।
रतनपुर थाना प्रभारी नरेश कुमार चौहान ने बताया कि चेतना अभियान के अंतर्गत पुलिस बच्चों को खेलों से जोड़ने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। नवागांव के प्रशिक्षित खिलाड़ियों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे गांव के अन्य बच्चों को मैदान तक लाएं और खेलों के प्रति उनकी रुचि विकसित करें।
नवागांव पहले से ही खेलों के क्षेत्र में सक्रिय रहा है। यहां के खिलाड़ी प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर अपना प्रदर्शन कर चुके हैं। यही कारण है कि यहां युवाओं और बच्चों में खेलों के प्रति उत्साह पहले से ही मौजूद है। समर कैंप के माध्यम से इस उत्साह को और अधिक दिशा देने का प्रयास किया जा रहा है।
कैंप में आसपास के गांवों से भी बच्चे भाग लेने पहुंच रहे हैं। प्रशिक्षित खिलाड़ी जहां बच्चों को प्रशिक्षण दे रहे हैं, वहीं वे खुद भी अपनी प्रतिभा को और निखारने का अवसर पा रहे हैं। यह आपसी सहभागिता खेल संस्कृति को मजबूत करने में सहायक बन रही है।
एसएसपी रजनेश सिंह ने कहा कि आज के समय में बच्चे अधिकतर समय मोबाइल और टीवी पर बिता रहे हैं, जिसका नकारात्मक असर उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। कई बार अपराधों की जड़ों में भी यही आदतें देखने को मिली हैं। ऐसे में आओ संवारे कल अपना कार्यक्रम के जरिए बच्चों को खेलों की ओर मोड़ा जा रहा है, ताकि उनका सर्वांगीण विकास हो सके।

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन