बिलासपुर,छत्तीसगढ़ ।राज्य निर्माण के बाद बिलासपुर में जमीन के साथ ही माइनिंग में माफियाओं की दखलंदाजी काफी बढ़ने लगी है। दो दिन पहले ही रेत घाट में गोली चलने की खबरें लीक होने के बाद माइनिंग विभाग अब हरकत में आया है। गोली चलने की घटना को पहले तो छिपाया गया और कोशिश की गई कि मामला किसी तरह दब जाए। पर ऐसा नहीं हो पाया। माइनिंग माफियाओं के बीच की इस घटना को लेकर पुलिस प्रशासन हरकत में आया। दावा किया जा रहा है कि इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
जानकारी के अनुसार जिस रिवाल्वर से गोली दागी गई है वह लाइसेंसी भी नहीं है। दूसरे प्रदेश से तस्करी कर मंगाई गई रिवाल्वर से गोली चलाई गई है।

बहरहाल यह मामला पुलिस का है और पुलिस खोजबीन कर रही हैं। माइनिंग विभाग में भारी भरकम अमला होने के बाद भी ना तो रेत की चोरी रोक पा रहे हैं और ना ही अवैध उत्खनन और परिवहन का गोरखधंधा भी। भारी भरकम अमला के अलावा टास्क फोर्स का गठन भी किया गया है। टास्क फोर्स को अवैध उत्खनन और परिवहन रोकने की जिम्मेदारी दी गई है। अचरज की बात ये कि जिला मुख्यालय से चंद कदमों की दूरी पर रेत घाट में दिन और रात बेखौफ मशीनों के जरिए खोदाई की जा रही है,इसके बाद भी टास्क फोर्स और विभाग के अधिकारियों की नजरें नहीं पड़ रही है। या फिर जानबुझकर ध्यान नहीं दे रहे हैं। माइनिंग माफियाओं के बढ़ते दबाव का असर ये कि अब तो रेत घाटों में गोली भी चलने लगी है।
दिखावे की कार्रवाई

जारी विज्ञप्ति के अनुसार एसडीम बिल्हा के मार्गदर्शन में 8 5.2025 को राजस्व विभाग एवं खनिज विभाग द्वारा तहसील बोदरी अंतर्गत गांव पिरैया एवं नगाड़ाडीह में किए गए अवैध रेत भंडारण में छापामार कार्रवाई की गई। जिसमें अज्ञात व्यक्ति द्वारा 435 ट्रैक्टर 17 अलग-अलग जगह डंप किए गए अवैध रेत को जप्त कर सरपंच को सुपुर्द किया गया।
साथ ही ग्राम पंचायत नगाड़ाडीह में रामलाल रात्रे द्वारा किए गए 40 ट्रैक्टर को जप्त कर उप सरपंच के सुपर्द किया गया।

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन