बिलासपुर पुलिस की मुस्तैदी और तकनीकी जांच से इस हत्या की गुत्थी सुलझ सकी।
बिलासपुर: रतनपुर थाना क्षेत्र में हुई अज्ञात व्यक्ति की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मामले में मृतक का चचेरा भाई ही हत्यारा निकला, जिसे पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए गिरफ्तार कर लिया।
हत्या के बाद पहचान छिपाने की कोशिश

घटना 28 फरवरी 2025 की है, जब रतनपुर पुलिस को सूचना मिली कि सॉधीपारा पहाड़ी के नीचे एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है, जिसे साड़ी और प्लास्टिक से जलाने की कोशिश की गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने पाया कि मृतक के सिर पर घातक वार किया गया था और उसकी पहचान छुपाने के लिए शव को जलाने की कोशिश की गई थी।

जिला पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (IPS) के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अर्चना झा, एसडीओपी कोटा नूपुर उपाध्याय और एफएसएल व डॉग स्क्वॉड की टीम ने मौके पर जांच शुरू की। आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ और डॉग स्क्वॉड की मदद से मृतक की पहचान सूरज खैरवार के रूप में हुई।
चचेरे भाई ने ही की हत्या

जांच में पता चला कि मृतक को आखिरी बार उसके चचेरे भाई ओमप्रकाश उर्फ कोंदा खैरवार (निवासी धनवार मोहल्ला, सॉधीपारा, रतनपुर) के साथ देखा गया था। घटना के बाद से ही कोंदा फरार था, जिससे पुलिस का शक गहरा गया।
आरोपी की तलाश के लिए पुलिस ने पांच टीमें बनाकर उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी। कई इलाकों में निगरानी के बाद, 4 मार्च 2025 की सुबह सूचना मिली कि आरोपी अपने घर की ओर आ रहा है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने टंगली (लोहे का धारदार हथियार) से हमला कर हत्या करने की बात कबूल ली।
आरोपी गिरफ्तार, न्यायिक रिमांड पर भेजा गया
आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त टंगली को झाड़ियों से बरामद कर लिया गया। पर्याप्त सबूतों के आधार पर आरोपी ओमप्रकाश उर्फ कोंदा खैरवार को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
जांच में इनका रहा विशेष योगदान
इस सफलता में थाना प्रभारी नरेश कुमार चौहान, उपनिरीक्षक कमलेश बंजारे, एफएसएल टीम, डॉग स्क्वॉड, सायबर सेल और अन्य पुलिस कर्मियों का विशेष योगदान रहा। पुलिस डॉग विमला की मदद से भी अहम सुराग मिले।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief