रायपुर, 5 मार्च 2025 – साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) ने सतर्कता और सिस्टम विभाग के संयुक्त प्रयास से विकसित ‘जटायु डैशबोर्ड’ का शुभारंभ किया। एसईसीएल मुख्यालय में आयोजित महाप्रबंधक समन्वय बैठक में कंपनी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) श्री जेपी द्विवेदी ने बटन दबाकर इस डिजिटल प्लेटफॉर्म का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर निदेशक तकनीकी (संचालन सह योजना/परियोजना) श्री एन फ्रैंकलिन जयकुमार, निदेशक (कार्मिक) श्री बिरंची दास, निदेशक (वित्त) श्री डी सुनील कुमार और सीवीओ श्री हिमांशु जैन (वीसी के माध्यम से) सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

नियम और प्रक्रियाओं की वन-स्टॉप जानकारी
जटायु डैशबोर्ड को कोयला उद्योग से जुड़े विभिन्न नियमों, परिपत्रों, मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOP) और अन्य दिशानिर्देशों को एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। इस डिजिटल पहल से एसईसीएल कर्मियों को कामकाज से जुड़ी नीतियों की आसान और त्वरित जानकारी मिलेगी, जिससे निर्णय लेने में सहायता मिलेगी और निवारक सतर्कता (Preventive Vigilance) को बढ़ावा मिलेगा।

रामायण के ‘जटायु’ से प्रेरित डैशबोर्ड
डैशबोर्ड का नामकरण महाकाव्य रामायण के चरित्र जटायु से प्रेरित है, जो सतर्कता, कर्तव्य और न्याय के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के प्रतीक थे। इसी भावना को ध्यान में रखते हुए, एसईसीएल ने ‘जटायु डैशबोर्ड’ विकसित किया है, जो अधिकारियों को नीतियों और प्रक्रियाओं की अद्यतन जानकारी प्रदान करके कार्यस्थल पर निर्णय प्रक्रिया को मजबूत बनाएगा।
AI-सक्षम चैटबॉट और उपयोगकर्ता सहभागिता
डैशबोर्ड को अधिक प्रभावी बनाने के लिए इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित चैटबॉट से जोड़ने की योजना है। यह चैटबॉट अधिकारियों के प्रश्नों के लिए विश्वसनीय और त्वरित उत्तर प्रदान करेगा।
इसके अतिरिक्त, ‘योगदान’ नामक एक विशेष सेक्शन भी जोड़ा गया है, जहां अधिकारी प्रासंगिक दस्तावेज़ (PDF) अपलोड कर सकते हैं। एडमिन समीक्षा के बाद इन संसाधनों को डैशबोर्ड की रिपॉजिटरी में शामिल करेगा।
भविष्य की योजनाएँ
आने वाले दिनों में AI चैटबॉट को टेंडरिंग, अनुबंध प्रबंधन, भूमि और पुनर्वास, वित्त, मानव संसाधन और अन्य परिचालन से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (FAQ) के उत्तर देने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
एसईसीएल का यह डिजिटल कदम पारदर्शिता, कुशल प्रशासन और सतर्कता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगा।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief